आइकिया की हालिया लाइफ ऍट होम रिपोर्ट में हुये कई दिलचस्‍प खुलासे

आइकिया की 10वीं लाइफ ऍट होम रिपोर्ट, भारतीयों में भूत के डर से लेकर अकेले में डांस करने से प्‍यार तक

नई दिल्ली। स्वीडिश होम फर्निशिंग ब्रांड IKEA (आइकिया) ने अपनी 10वीं लाइफ ऍट होम रिपोर्ट को जारी किया है। इस रिपोर्ट से पता चलता है कि भारतीय अपने घर पर कैसे रहते हैं। अब तक की सालाना रिपोर्ट्स में से एक को तैयार करने के लिए आइकिया ने हजारों परिवारों से बात की और उनके दशकों के अनुभवों को समझा है। उपभोक्‍ताओं की प्राथमिकताओं के विकसित होने और उसके बदलने के साथ ही पिछले कई वर्षों के दौरान घर भी व्यापक बदलाव की प्रक्रिया से गुजरे हैं। आइकिया लाइफ ऍट होम रिपोर्ट 2023 व्यापक शोध के नतीजों के साथ-साथ 2014-2022 के बीच पिछली नौ रिपोर्ट्स से प्राप्‍त गहरी समझ का परिणाम है। ये विस्तृत जानकारी आइकिया को लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी बेहतर बनाने और उनकी जरूरतों, चाहतों और सपनों के अनुरूप घरेलू साज-सज्जा समाधान विकसित करने में मदद करती है।
वैश्विक रिपोर्ट को तैयार करने में चार मुख्‍य बिन्‍दुओं को ध्‍यान में रखा गया है : वर्तमान और भविष्य के घर, नींद, आवाजाही और घर की जरूरतें।

इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में घर 50% लोगों के लिए उनकी पसंदीदा जगह है। 63% भारतीयों ने यह भी कहा कि वे घर पर अपने वर्तमान जीवन के बारे में बढ़िया महसूस करते हैं। इसकी वजह है उन लोगों के साथ रहना जिनसे वे प्यार करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, 35% भारतीयों का कहना है कि परिवार और दोस्तों के साथ रहना घर में सुकून और सुरक्षा का अहसास देता है। 33% का कहना है कि जिन लोगों से वे प्यार करते हैं, उनके साथ रहना घर को एक विशेष स्थान बनाता है। यह स्पष्ट है कि घर के लिए प्यार और लगाव के कई कारण हैं, जिनमें से एक है परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना। भारतीय घरों में, परिवार और दोस्तों के साथ मूवी नाइट्स, गेम नाइट्स और एक साथ बैठकर भोजन का आनंद लेना आम बात है। ये गतिविधियाँ आपसी जुड़ाव और समुदाय की भावना को बढ़ावा देती हैं, जो घर को एक विशेष स्थान बनाती हैं।

लाइफ ऍट होम रिपोर्ट 2023 में, यह पाया गया कि घर भारतीयों के लिए एक खुशहाल जगह है, और इसकी दो मुख्य वजहें हैं: पालतू जानवर और पड़ोसी। रिपोर्ट के अनुसार, 27% भारतीय पालतू जानवर रखते हैं, और उनका कहना है कि पालतू जानवर रखना घर पर सुरक्षित महसूस करने का एक प्रमुख कारण है। पालतू जानवरों से बिना किसी शर्त के प्यार मिलता है, और यही वजह है कि पालतू जानवर रखने वालों में से 32% लोगों का कहना है कि उनके घरों पर उनके पालतू जानवरों का राज चलता है। पालतू जानवरों के साथ बिताया गया समय भी खुशी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। पालतू जानवर रखने वालों में से 31% का कहना है कि वे अपने पालतू जानवरों के साथ समय बिताना और उन्हें सोते हुए देखना पसंद करते हैं। इनमें से 18% लोगों के लिए, यह खुशी का सबसे बड़ा स्रोत है।

वर्ष 2024 में भारतीय घरों में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। एक सर्वे के अनुसार, 56% भारतीय अगले दो वर्षों में स्थानांतरित होने की योजना बना रहे हैं, वहीं 18% अपने मौजूदा घर में रहने लेकिन उसे नया रूप देने की योजना बना रहे हैं। इन बदलावों के पीछे कई कारण हैं। एक कारण है बढ़ती हुई आमदनी और आर्थिक विकास। इससे लोगों के पास अपने लिए बेहतर घर खरीदने या अपने मौजूदा घर को बेहतर बनाने की क्षमता बढ़ रही है। दूसरा कारण है शहरीकरण। बढ़ती हुई जनसंख्या और रोजगार के अवसरों के कारण लोग शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं। इससे शहरों में घरों के लिए माँग बढ़ रही है। स्थानांतरण और नवीनीकरण के अलावा, भारतीय घरों में सफाई और व्यवस्था का भी महत्व बढ़ रहा है। सर्वे में शामिल 22% भारतीयों ने बताया कि एक साफ-सुथरी और व्यवस्थित जगह में उन्हें घर जैसा आरामदायक महसूस होता है। घरेलू कामकाज की बात करें, तो 22% महिलाओं और 17% पुरुषों को लगता है कि वे कभी खत्म नहीं होते। हालाँकि, घर को साफ और व्यवस्थित रखना स्वास्थ्य और सेहत के लिए भी जरूरी है। यह तनाव को कम करने और बेहतर नींद में मदद करता है।

भारतीयों को अपनी नींद बहुत पसंद है, और रिपोर्ट के अनुसार, 33% भारतीयों के लिए घर पर नींद सबसे महत्वपूर्ण है। 23% ने बताया कि उन्हें घर पर एक झपकी उनके जीवन में सबसे अधिक खुशी देती है। रिपोर्ट बताया गया है कि भारतीय गहरी नींद के लिए किन आदतों को अपनाते हैं। 19% के मुताबिक साफ-सुथरी और धुली चादरें; 12% के लिए सोने से पहले अच्छा बेवरीज; 31% के लिए उनका पसंदीदा तकिया और 26% को पूरी तरह अंधेरे की जरूरत होती है। 26% को दरवाजा अच्छी तरह से बंद होने पर अच्छी नींद आती है, वहीं 10% के लिए कमरे में या बिस्तर के नीचे सब कुछ ठीक-ठाक देख लेने पर बेहतर औऱ गहरी नींद में मदद मिलती है। भारतीयों के लिए बेहतरीन आराम का यही नुस्खा है। रिपोर्ट रातों की नींद में खलल के कारण को भी सामने लाती है। 9% भारतीयों ने घर में चरमराते फर्शबोर्ड या अजीब घटनाओं के कारण भूत-प्रेत का साया होने की जानकारी दी।

घर समग्र स्वास्थ्य व सेहत के लिए एक अभयारण्य बन गया है, जो शारीरिक फिटनेस और मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए व्यक्तिगत स्थान मुहैया कराता है। भारतीयों के लिए घर पर उनके जीवन की सबसे बड़ी तीन चिंताएं स्वास्थ्य से संबंधित हैं, जिसमें 34% खुद के शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हैं, 29% अपनी मानसिक सेहत को प्राथमिकता देते हैं, और 30% अपने आसपास के लोगों के स्वास्थ्य पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं। घर को विश्राम में मदद्गाल एक बहुआयामी स्थान बनाने के लिए भारतीयों के पास बहुत सारी तरकीबें होती हैं। 9% ने मोमबत्तियाँ जलाकर मूड बनाया; 19% ने कहा कि आरामदायक फर्नीचर होना आवश्यक है; 14% ने कहा कि उनके मूड से मेल खाने के लिए सही रोशनी का होना महत्वपूर्ण है; और 8% ने यह भी साझा किया कि घर पर क्रिस्टल रखने से सही माहौल बनाने में मदद मिलती है।

सेल्फ लव और पर्सनल टाइम रिपोर्ट इस बारे में विस्तार से बताती है। 20% भारतीयों ने साझा किया कि घर आने पर कपड़े बदलना घर में सुकून का मुख्य कारण है, वहीं, 13% ने खुलासा किया कि वे कभी-कभी घर में नग्न होकर घूमते हैं; और 31% घर में नाचते या गाते हैं जब उनके आसपास कोई नहीं होता!
आइकिया इंडिया के सीईओ और सीएसओ (चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर) सुसेन पुलवेरर ने कहा, “हम घर पर अपनी जिंदगी को बेहतर बनाना चाहते हैं। इसलिए, हमें यह देखना जरूरी है कि दुनिया भर में और भारत में लाखों लोग घर पर क्या चाहते हैं और क्या सपने देखते हैं। इस वर्ष की रिपोर्ट इस बात पर प्रकाश डालती है कि स्थानांतरण और नवीनीकरण जैसे बड़े रुझानों के अलावा, छोटी चीजें भी घर को आरामदायक बनाने में अहम भूमिका निभाती हैं। इन छोटी-छोटी चीजों में शामिल हैं: परिवार के साथ समय बिताना, स्वयं की देखभाल करना, एक अच्छा पड़ोसी होना, स्वस्थ और संतुलित रहना, पार्टी, घर पर एक साथ भोजन का आनंद लेना और अच्छी नींद आना। हम इन छोटे लेकिन बड़े छोटे क्षणों का हिस्सा बनने के लिए जानकारी और समाधान दोनों प्रदान करते हैं। हम भारत से सीखना जारी रखेंगे ताकि हम अपने ग्राहकों को उनके घरों में एक बेहतर जीवन जीने में मदद कर सकें।”

इस वर्ष की रिपोर्ट के विस्तार के रूप में आइकिया ने भविष्य के घरों की कल्पना और उसे डिजाइन करने के लिए एआई चित्रकारों के साथ साझेदारी की। यह सहयोग भविष्य के तीन अलग-अलग परिदृश्यों को सामने लाता है: होलोग्राम फॉर्म में दूर रहने वाले परिवार के सदस्यों के रविवार के दोपहर के भोजन में शामिल होते हुए दिखाता है, दूसरे में सूरज की रोशनी से बिजली उत्पन्न करने के लिए शैवाल का उपयोग करके जैव-सौर वॉलपेपर दिखाया गया है, और आखिरी में 3 डी प्रिंटर की मदद से मशरूम कंपाउंड का इस्तेमाल कर बनाई गईं कुर्सियां हैं। यह हमारे जीने के नए तरीकों, समुदाय की भावना और भूमि पर निर्भरता में बदलाव के बारे में बताता है।