नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के घर पर आज ईडी ने छापेमारी की कार्रवाई की। इसको लेकर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बीच जुबानी बहस शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि इस मामले के संबंध में कुछ अन्य लोगों के परिसरों पर भी छापे मारे गए हैं। हम आपको यह भी याद दिला दें कि ईडी ने आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन घोटाला मामले में पहले भी राज्यसभा सांसद संजय सिंह के स्टाफ सदस्यों और उनसे जुड़े अन्य लोगों से पूछताछ की थी। ऐसा आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए दिल्ली सरकार की 2021-22 के लिए लायी गयी आबकारी नीति ने गुटबंदी को बढ़ावा दिया और कुछ डीलरों को फायदा पहुंचाया जिन्होंने इसके लिए कथित तौर पर रिश्वत दी थी। हालांकि आम आदमी पार्टी ने इस आरोप का खंडन किया है। हम आपको याद दिला दें कि दिल्ली के उपराज्यपाल द्वारा सीबीआई से इस मामले की जांच कराने की सिफारिश करने के बाद इस नीति को रद्द कर दिया गया था। सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद ईडी ने धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत एक मामला दर्ज किया था।
दिल्ली सरकार के मंत्री व आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह ऐसा काल्पनिक घोटाला है जिसमें पिछले 15 महीने से छान-बीन चल रही है… कम से कम 1 हज़ार जगहों पर ED और CBI छापेमारी कर चुकी है लेकिन कहीं से भी 1 रुपया बरामद नहीं हुआ… भाजपा चुनाव हार रही है, यह सच्चाई है।
वहीं,सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता और दिल्ली भाजपा सचिव बांसुरी स्वराज ने कहा, “दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार और आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त है… शराब घोटाले में उन्होंने अपने चुनिंदा शराब कारोबारियों की जेबें भरी हैं… उन्होंने तय कर लिया था कि दिल्ली को शराब का शहर बनना है… संजय सिंह और अन्य बड़े नेता इसमें लिप्त हैं इसलिए छापेमारी हो रही है… YSR नेता राघव मंगूटा और कारोबारी का दिनेश अरोड़ा का अनुमोदक बने है और वे जानते हैं कि इस घोटाले में क्या-क्या हुआ है। इस वजह से नए तथ्य सामने आए हैं जिसकी वजह से यह छापेमारी हुए हैं… अजीब बात है कि यह वही पार्टी है जो भ्रष्टाचार विरोधी नारे पर चुनी गई थी और आज यह INDIA गुट का अभिन्न अंग है।”
दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय का कहना है कि पिछले 15 महिनों से ED, CBI की जांच, छापेमारी चल रही है। मेरे ख्याल से पूरे देश भर में 1,000 से अधिक छापेमारी हो चुकी है। कई लोगों को गिरफ्तार किया गया लेकिन आज तक एक चवन्नी नहीं मिली। यह इस बात का संकेत दे रहा है कि भाजपा और प्रधानमंत्री अगला चुनाव हार रहे हैं। सारी रिपोर्ट इसका संकेत दे रही हैं। हार की बौखलाहट है जिसमें आज संजय सिंह के यहां छापेमारी हो रही है। कल जिस तरह से पत्रकारों पर हुआ वह भी इसका संकेत दे रहा है कि किसी तरह से जो भी सत्ता के खिलाफ आवाज है उसको डरा-धमका कर छापे मारकर चुप करा दिया जाए। मुझे लगता है कि यह राजनीति लोकतंत्र के खिलाफ है। भाजपा को जनता पर भरोसा होना चाहिए। एजेंसियों का दुरुपयोग कर, लोगों की आवाज बंदकर आप चुनाव जीतेंगे ऐसा इतिहास कभी नहीं बताता।
AAP सांसद संजय सिंह के आवास पर ED की छापेमारी पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, “यह(BJP) सरकार तानाशाही रवैया अपनाकर जोर-जबरदस्ती, दमन, भय और आतंक का माहौल पत्रकारों के खिलाफ और उन नेताओं के खिलाफ कायम करना चाहती है जो विरोधी दल के है, विशेषकर जो INDIA गठबंधन से जुड़े हैं। जिस तरह संजय सिंह के यहां छापेमारी हो रही है वह निंदनीय है…”