पटना। बिहार में एक के बाद एक पुल ढहने की घटनाओं पर बढ़ती चिंताओं के बीच, जिसमें केवल एक पखवाड़े में 12 ऐसे मामले सामने आए, राज्य जल संसाधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद ने गुरुवार को इंजीनियरों द्वारा संभावित चूक की ओर इशारा किया। पटना में एक कार्यक्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रसाद ने इंजीनियरों पर उचित देखभाल नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि ठेकेदार भी मेहनती नहीं थे।
प्रसाद की टिप्पणी गुरुवार को बिहार के सारण जिले में एक और पुल ढहने के कुछ घंटों बाद आई, जो 17 दिनों के भीतर राज्य में इस तरह की बारहवीं घटना है। पिछले एक पखवाड़े में जो पुल गिरे हैं वे सीवान, सारण, मधुबनी, अररिया, पूर्वी चंपारण और किशनगंज जिलों में थे। उन्होंने बताया कि 3 जुलाई और 4 जुलाई को सीवान और सारण में गंडक नदी पर छह पुल ढह गए। ऐसा प्रतीत होता है कि इंजीनियरों ने उचित देखभाल नहीं की, और ठेकेदार भी मेहनती नहीं थे।
बिहार में पुल टूटने की हालिया घटनाओं पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा, “ये गंभीर विषय है इस बात का मैं विश्वास रखता हूं कि राज्य सरकार भी इसको उतनी ही गंभीरता से ले रही है। जिस तरीके से निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचार की वजह से गुणवत्ता में समझौता किया गया है इसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं प्रशासन और राज्य सरकार के संपर्क में हूं और ये सुनिश्चित किया जाएगा कि भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न घटे।”
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, “…पुल क्यों गिरा है, इसकी जांच के लिए यहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बहुत संवेदनशील हैं। उन्होंने कल बैठक भी की और सख्त निर्देश दिया है कि अगर कहीं किसी प्रकार की गड़बड़ी हुई है तो उस पर आवश्यक और कड़ी कार्रवाई की जाए…”
इस घटना के बाद राजद नेता व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में डबल इंजन का अद्भुत खेल है, एक इंजन भ्रष्टाचार में लगा हुआ है और एक इंजन अपराध में लगा हुआ है। 𝟏𝟓 दिन में 𝟏𝟐 पुलों का गिरना कोई सामान्य घटना नहीं है। यह भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि जिस दिन से नीतीश कुमार सीएम बने हैं, सिर्फ 18 महीने को छोड़ दें तो पूरे समय ग्रामीण कार्य विभाग जेडीयू के पास ही रहा है। बिहार में लगातार भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है, बिहार में लगातार अपराध की घटनाएं हो रही हैं। जिन लोगों ने बेरोजगारी, गरीबी, महंगाई बढ़ाई, जिन लोगों के कार्यकाल में पुल टूटा, उन्हें हम सत्ता में वापस नहीं आने देंगे।