टूटती रही सांसे फिर भी लोग लगाये रहे आस, फिर धैर्य ने दे दिया जवाब

कोरोना महामारी में फ़रवरी के मध्य तक हर दिन सिर्फ़ 11 हज़ार मामले आ रहे थे. हर दिन मरने वालों का साप्ताहिक औसत भी घट कर 100 के नीचे पहुँच गया था. इस बिच अब लोगो की उम्मीद टूट सी गयी है |

Patna: टूटति सांसों के बीच लोगों का धैर्य दे रहा जवाब और अव टूटति सांसों के बिच परिजनों की आंसें भी टूटने लगी है और धैर्य जवाब दे रहा है लिहाजा लोग तोङ फोङ पर आमदा हो रहे हैं । कोरोना संकट के बीच पटना के एनएमसीएच हॉस्पिटल में मरीजों के परिजन और डॉक्टरों के बीच मारपीट की ख़बर सामने आ रही है,

बताया जा रहा है कि एक बक्सर जिले के कोरोना मरीज की मौत के बाद उसके परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया था ,जिसके बाद डॉक्टर और परिजनों के बीच मारपीट शुरू हो गई। वहीं मृतक परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों के घोर लापरवाही के कारण मरीज की मौत हुई है , इस हंगामे के बाद जूनियर डॉक्टरों ने काम ढप कर दिया है ।

बिहार के पटना में NMCH में मरीज की मौत के बाद परिजनों ने तोड़फोड़ की हैं. जूनियर डॉक्टरों का आरोप हैं कि उनके साथ मारपीट की गई उनके साथ बदसलूकी की गई. जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से हडकंप मचा हुआ हैं. NMCH के अधिक्षक ने हालात को सभालने के लिए DM को पत्र भी लिखा. सुरक्षा की मांग की गई हैं. यहां आपको बता दें की बिहार में पीएमसीएच के बाद एनएमसीएच प्रदेश का दूसरा सबसे बङा अस्पताल है लेकिन हालात इतने भयावह हो चुके हैं कि अव परिजन के मुताविक डाँक्टर भी हाथ खङे कर रहे हैं जिसकी वजह से लोगों की सांसे टूट रही हैं और लोगों का आक्रोश तोङफोङ के रुप में सामने आ रहा है ।