पीएम मोदी ने किया बच्चों से किया संवाद, कहा – आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर वे क्या कर सकते हैं ?

32 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार देने की घोषणा हुई है। देशभर के 32 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया। भारत सरकार नवाचार, शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति, समाज सेवा और बहादुरी के क्षेत्र में असाधारण क्षमता और उत्कृष्ट उपलब्धियांहासिल करने वाले बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित कर रही है।

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से बात की। इस दौरान पीएम मोदी ने बच्चों को देशप्रेम और समाजसेवा के गुर सिखाए। प्रधानमंत्री ने बच्चों को जीवनी पढ़ने की सलाह दी और कहा कि इससे उन्हें प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने बच्चों से देश के लिए काम करने को कहा और उनसे आग्रह किया कि देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर वे क्या कर सकते हैं, इस बारे में सोचें।

बता दें कि इस साल 32 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार देने की घोषणा हुई है। देशभर के 32 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2021 से सम्मानित किया गया। भारत सरकार नवाचार, शिक्षा, खेल, कला एवं संस्कृति, समाज सेवा और बहादुरी के क्षेत्र में असाधारण क्षमता और उत्कृष्ट उपलब्धियांहासिल करने वाले बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित कर रही है।

पुरस्कार से सम्मानित होने वाले बच्चे 21 राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के 32 ज़िलों से आते हैं। कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में 7 पुरस्कार, नवाचार के क्षेत्र में 9 पुरस्कार और शैक्षिक उपलब्धियों के क्षेत्र में 5 पुरस्कार प्रदान किए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ खेल की श्रेणी में 7 बच्चों को, बहादुरी के लिए 3 बच्चों को और समाज सेवा के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए एक बच्चे को सम्मानित किया गया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ हाथ धोने को लेकर जागरूकता अभियान में देश के बच्चों के योगदान की सराहना की और कहा कि कोई कार्यक्रम तभी सफल होता है, जब बच्चे उसका हिस्सा बन जाते हैं। प्रधाानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ विजेताओं से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से संवाद करते हुए उन्होंने पुरस्कार जीतने वाले बच्चों की तारीफ की और कहा कि उन्हें मेहनत जारी रखनी है और हमेशा विनम्र बने रहना है। उन्होंने यह कहा कि कोरोना ने निश्चित तौर पर सभी को प्रभावित किया है। लेकिन एक बात मैंने नोट की है कि देश के बच्चे, देश की भावी पीढ़ी ने इस महामारी से मुकाबला करने में बहुत भूमिका निभाई है। साबुन से 20 सेकेंड हाथ धोना हो, ये बात बच्चों ने सबसे पहले पकड़ी।