पूरे आत्मविश्वास के साथ पीएम मोदी ने कहा, अगले साल फिर लाल किले से संबोधित करूंगा

नई दिल्ली। देश आज 77वां स्वतंत्रता दिवस समारोह मना रहा है। मुख्य समारोह लाल किले के प्रांगण में हुआ। यहां प्रधानमंत्री श्री नरेदं्र मोदी ने तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया। अपने संबोधन में उन्होंने कई बातें कहीं। सबकी नजर उस बात पर गई, जब उन्होंने कहा कि अगले साल फिर से यहां आउंगा।

बता दें कि अगले साल लोकसभा चुनाव होना है। चुनाव परिणाम तय करेगा कि देश का प्रधानमंत्री कौन होगा, वही लाल किले पर 15 अगस्त को आएगा। ऐसे में जब स्वयं प्रधानमंत्री कहें कि अगले साल फिर आउंगा तो लोगों को उनमें ख्ूब आत्मविश्वास दिखा। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप देशवासियों ने मुझपर भरोसा किया। मैंने आपसे किए वादे को विश्वास में बदल दिया। 2019 में परफोर्मेंस के आधार पर आपने फिर मुझे आर्शीवाद दिया। परिवर्तन ने मुझे दोबारा मौका दिया। मैं आपका हर सपना पूरा करुंगा। 2047 के सपने को साकार करने का सबसे बड़ा स्वर्णिम क्षण आने वाले पांच साल हैं। अगली बार 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियों और विकास को आपके सामने रखूंगा। अगली 15 अगस्त को फिर आउंगा। मैं आपके लिए ही जीता हूं, मैं अगर पसीना बहाता हूं तो आपके बहाता हूं, क्योंकि आप ही मेरा परिवार हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सपने अनेक हैं, संकल्प साफ है, नीतियां स्पष्ट हैं, नीयत के सामने कोई सवालिया निशान नहीं है, लेकिन कुछ सच्चाइयों को हमें स्वीकार करना पड़ेगा। उसके समाधान के लिए मेरे प्रिय परिवारजनों, मैं आज लाल किले से आपकी मदद मांगने आया हूं। मैं लाल किले से आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं। पिछले वर्षों में जो देश को मैंने समझा, परखा है, अनुभव के आधार पर मैं कह रहा हूं कि आज हमें गंभीरतापूर्वक उन्हें देखना होगा। 2047 में जब देश आजादी के सौ साल मनाएगा, उस समय दुनिया में भारत का तिरंगा, विकसित भारत का तिरंगा होना चाहिए।

लाल किले की प्रचीर से अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि बेटियों पर जुल्म न हो, यह हमारा सामाजिक और पारिवारिक दायित्व है। मैंने अभी एक देश का दौरा किया। वहां एक वरिष्ठ मंत्री ने मुझसे सवाल पूछा कि आपके यहां बेटियां विज्ञान और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करती हैं क्या? मैंने कहा कि आज मेरे देश में बेटियां बेटों से ज्यादा साइंस, इंजीनियरिंग, मैथ्स में भाग ले रही हैं। आज 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हैं। गांव में जाएंगे तो बैंक वाली, आंगनवाड़ी, दवाई देने वाली दीदियां मिलेंगी। गांव में दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा है। हम नई योजना सोच रहे हैं। एग्री-टेक को बल मिले, इसलिए हम महिला स्वयं सहायता समूह को हम ड्रोन चलाने और ड्रोन की मरम्मत करने की ट्रेनिंग देगी। भारत सरकार उन्हें ड्रोन और ट्रेनिंग देगी। 15 हजार स्वयं सहायता समूहों के द्वारा हम ड्रोन की उड़ान का आरंभ कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्रचीर से कहा कि आने वाले पांच साल में मोदी की गारंटी है कि देश पहली तीन शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में जगह ले लेगा। गरीबी से बाहर आए 13.5 करोड़ लोग मध्यमवर्ग की शक्ति बन रहे हैं। जब गांव की शक्ति बढ़ती है तो शहरों की आर्थिक अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती है। हमें इस बल देकर आगे चलना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धाजंलि अर्पित की। अपने सरकारी आवास से निकलने के बाद प्रधानमंत्री सीधे राजघाट पहुंचे और बापू की समाधि पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।