पीएम मोदी ने तुर्किए से लौटी रेस्क्यू टीम से की बात, कहा-भारत के लिए मानवता सर्वोपरि’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज NDRF और अन्य संगठनों के लोगों से बात की। इन लोगों ने तुर्किये और सीरिया में आए भीषण भूकंप के बाद बचाव अभियान में हिस्सा लिया था.पीएम मोदी ने इन्हें संबोधित करते हुए कहा कि ऑपरेशन दोस्त से जुड़ी पूरी टीम ने बहुत बेहतरीन काम किया है।यहां तक कि हमारे बेज़ुबान दोस्तों, डॉग सकाड्स के सदस्यों ने भी अद्भुत क्षमता का प्रदर्शन किया है। आप सभी पर देश को बहुत गर्व है।


हमारी संस्कृति ने हमें ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की सीख दी है।इसलिए तुर्किए हो या फिर सीरिया हो, पूरी टीम ने इन्हीं भारतीय संस्कारों का प्रदर्शन किया है।हम पूरे विश्व को एक परिवार मानते हैं।मैंने प्राकृतिक आपदा के साथ आने वाली समस्याओं को देखा है और मेरा पहला अनुभव 2001 में गुजरात भूकंप के दौरान हुआ था। भुज में पूरा अस्पताल ढह गया था और ऐसे में बचाव और राहत कार्य चुनौतीपूर्ण हो गया था।1979 में भी जब मोरबी बांध टूटने से मोरबी शहर में बाढ़ आ गई थी। मैं वहां एक स्वयंसेवक के रूप में मौजूद था और महीनों तक राहत और बचाव में काम किया था।तुर्की में बचाव और राहत मिशन के दौरान आप सभी ने जो कड़ी मेहनत और साहस दिखाया है, उसकी मैं कल्पना कर सकता हूं.जब कोई अपनी मदद खुद कर सकता है तो हम उसे आत्मनिर्भर कहते हैं।लेकिन जब स्वेच्छा से मदद की पेशकश की जाती है तो यह निःस्वार्थ होती है।पिछले कुछ वर्षों में भारत न केवल आत्मनिर्भर बना है बल्कि स्वयं को एक निःस्वार्थ राष्ट्र के रूप में भी स्थापित किया है .पीएम मोदी ने आगे कहा कि तिरंगा लेकर हम जहां भी पहुंचते हैं, वहां एक आश्वासन मिल जाता है कि अब भारत की टीमें आ चुकी हैं, तो हालात ठीक होने शुरू हो जाएंगे।तिरंगे की यही भूमिका हमने कुछ समय पहले यूक्रेन में देखी।पिछले कुछ वर्षों के दौरान एनडीआरएफ देश के लोगों के बीच भरोसा कायम करने में सफल रहा है।चक्रवात हो, बाढ़ हो, या भूकंप हो, आप सभी को संकट में आशा और विश्वास की एक किरण के रूप में देखा जाता है और यह NDRF के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।मैं एनडीआरएफ के प्रयासों की सराहना करता हूं और देश आपकी तैयारियों के प्रति आश्वस्त है।लेकिन मैं आप सभी से अनुरोध करूंगा कि आप इतने पर ही न रुकें और अपनी क्षमताओं को बढ़ाते रहें ताकि NDRF दुनिया की सबसे अच्छी बचाव और राहत टीम बने।