किसानों पर पुलिस ने छोड़ी आंसू गैस, अब हो रही सरकार विरोधी बयानबाजी

नई दिल्ली। हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारी किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें कीं। विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली चलो विरोध मार्च कर रहे किसानों के आंदोलन के दौरान अराजकता फैलने पर हरियाणा पुलिस ने शंभू सीमा पर प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। किसानों के दिल्ली चलो मार्च पर आईजी अंबाला रेंज सिबाश कबिराज ने कहा, “हम पंजाब से आने वाले किसानों का स्वागत करते हैं, लेकिन अगर वे ट्रैक्टरों पर यात्रा करते हैं तो यह लोगों के लिए समस्याएं पैदा करेगा। वे बसों, ट्रेनों या पैदल यात्रा कर सकते हैं। वे ट्रैक्टरों पर आते हैं तो हम उन्हें अनुमति नहीं देंगे। धारा 144 भी लगा दी गई है…”

किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च के मद्देनजर गाज़ीपुर सीमा पर किए गए सुरक्षा व्यवस्था पर अपूर्व गुप्ता (डीसीपी, पूर्वी जिला) ने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि दिल्ली की सीमा और इलाके में कही भी शांति भंग न हो इसके लिए हमने काफी अच्छा बंदोबस्त किया हुआ है। हमारी तरफ से कोशिश रहेगी कि किसी भी तरह से कोई हादसा न हो और जनता को कोई परेशानी न फेस करना पड़े।”

किसान संगठनों के ‘दिल्ली चलो’ विरोध मार्च पर किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “…कांग्रेस हमें कोई सपोर्ट नहीं करती है। हम कांग्रेस को भी उतना ही दोषी मानते हैं जितनी भाजपा दोषी है… हम किसी के पक्ष वाले लोग नहीं हैं। हम किसान और मजदूर की आवाज उठाने वाले लोग हैं।”

पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “लगभग 10,000 लोग यहां शंभू सीमा पर पहुंचे हुए हैं… किसान यहां शांतिपूर्ण स्थिति बनाए हुए हैं… ड्रोन के जरिए हमारे खिलाफ आंसू गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है। (विरोध) तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती।”

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “देश में बड़ी पूंजीवाद कंपनिया हैं… उन्होंने एक राजनीतिक पार्टी बना ली है और इस देश पर कब्जा कर लिया है। ऐसे में दिक्कते आएंगी ही… अगर उनके(किसान) साथ कोई अन्याय हुआ। सरकार ने उनके लिए कोई दिक्कत पैदा की तो ना वो किसान हमसे ज्यादा दूर हैं और ना दिल्ली हमसे ज्यादा दूर है…”