जारी है सियासी संकट, अल्पमत में आ गई है इमरान सरकार


इस्लामाबाद।
पाकिस्तान में सियासी संकट जारी है। वर्तमान प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार अल्पमत में आ गई है। विपक्षी लगातार उन पर इस्तीफा देने का जोर लगा रहे हैं। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सहयोगी दलों ने उनका साथ छोड़ दिया है। उनके प्रमुख सहयोगी दल मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) ने विपक्षी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी से हाथ मिला लिया है। यहां तक की कई मंत्रियों ने इमरान की कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में लगे ‘गो इमरान गो’ के नारे।

पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि जब भी हम नेशनल असेंबली पहुंचते हैं, इमरान खान साहब शिकस्त खाते हैं। आज विपक्ष ने 175 सदस्य सदन में खड़े करके साबित कर दिया कि अब इमरान खान के पास भागने के लिए कोई रास्ता नहीं है।हर किसी के पैर पकड़ रहे हैं कि मेरी कुर्सी बचा लीजिए। एक सम्मानजनक रास्ता है कि वजीर-ए-आजम(इमरान खान) इस्तीफा दें और शबाज शरीफ को वोट ऑफ कॉन्फिडेंस का मौका दें।

वहीं, पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक इस बात का सबूत दिखाने के लिए बुलाई गई थी कि कैसे बाहर से पीएम इमरान खान को सत्ता से हटाने की कोशिश की जा रही है। चौधरी ने आरोप लगाया कि खान के खिलाफ साजिश पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के घर पर रची गई थी। मंत्री फवाद चौधरी ने कहा, “यह राष्ट्रीय संप्रभुता की लड़ाई है। हम जानते हैं कि प्रमुख खिलाड़ी कौन हैं, भारत और इजरायल के साथ उनके संबंध। नवाज शरीफ की भारतीय और इजरायली अधिकारियों के साथ मुलाकात छिपी नहीं है।”