नई दिल्ली। संपूर्ण देश में आज प्रारम्भ हुआ श्रीराममंदिर निधि समर्पण अभियान। महामहिम श्री रामनाथ कोविंद ने भी अपना व्यक्तिगत समर्पण अपने परिवार के साथ देकर अभियान हेतु शुभकामनाएं दीं। ‘राम मंदिर निधि समर्पण’ अभियान के पहले दिन शुक्रवार को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरिजी महाराज को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 5 लाख एक सौ रुपये की धनराशि दान में दी। आज से शुरू मंदिर के लिए धनराशि संग्रह का यह अभियान 27 फरवरी तक जारी रहेगा। इसके तहत पांच लाख से अधिक गांवों में रहने वाले 12 करोड़ से अधिक परिवारों से संपर्क किया जाएगा।
इससे पूर्व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के केंप कार्यालय का दक्षिणी दिल्ली स्थित कैलाश कॉलोनी में उद्घाटन जूना पीठाधीश्वर पूज्य स्वामी अवधेशानन्द गिरी जी महाराज के कर कमलों से हुआ। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल जी तथा विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार के साथ अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यालय के उद्घाटन के उपरांत दिल्ली के कुछ गणमान्य उद्योगपतियों के साथ राजधानी के दो सांसदों ने भी श्रीराम जन्मभूमि मंदिर हेतु पूज्य स्वामी जी के कर कमलों में निधि समर्पित की।
इस अवसर पर बोलते हुए डॉ कृष्ण गोपाल जी ने कहा कि यह मात्र एक मंदिर नहीं अपितु हिन्दू समाज के पिछले एक हजार वर्षों के तिरस्कार, उपेक्षा व गुलामी का परिमार्जन कर सम्पूर्ण देश को भारतीय संस्कृति व स्वाभिमान से जोड़ने का अभियान हैं। 110 करोड़ हिंदुओं को लगाना चाहिए कि यह उनका मंदिर है। इसके लिए उन सभी का इस हेतु समर्पण आवश्यक है। यह हम सब की जिम्मेदारी है कि इस पुण्य रामकाज से कोई बँचित ना रहने पाए।
विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार ने कहा कि जब से हमने इस अभियान की योजना रचना की, हिन्दू समाज व कार्यकर्ताओं के उत्साह के कारण हमारा लक्ष्य दिन व दिन बढ़ता चला जा रहा है। अब हम देश के 5.25 लाख गावों व शहरों के 13 करोड़ परिवारों के लगभग 65 करोड़ लोगों को इस अभियान से जोड़ेंगे। एक ओर जहां अभियान के प्रथम दिन, देश के प्रथम नागरिक महामहिम राष्ट्रपति से हम शुभकामनाएं लेंगे वहीं, दूसरी ओर इसी दिन पूज्य अवधेशानन्द गिरी जी महाराज स्वयं बाबा साहेब अंबेडकर की दीक्षा भूमि नागपुर में बँचित समाज के समक्ष जाकर राम मंदिर के लिए भिक्षा मांगेंगे। इसी दिन दीदी माँ ऋतंभरा जी भी मुंबई में अनुसूचित जाति के समाज के बंधु-भगिनियों को इस अभियान से स्वयं जोड़कर सामाजिक समरसता का एक और स्तम्भ खड़ा करेंगीं।
अपने आशीर्वचन में पूज्य स्वामी अवधेशानन्द गिरी जी महाराज ने कहा कि हम उस समाज के प्रतिनिधि हैं जिसके पूज्य संतों ने अपनी हड्डियों तक को दान कर दिया। पूज्य महंत अवैद्यनाथ जी महाराज, देवराजा बाबा तथा स्वर्गीय श्री अशोक सिंहल जी सहित जन्मभूमि मुक्ति आंदोलन के योद्धाओं का स्मरण करते उन्होंने कहा कि हम परमार्थ शाली संस्कृति के वाहक हैं जिसमें अर्पण तर्पण व समर्पण की बड़ी महत्ता है। गिलहरी की भांति सम्पूर्ण हिन्दू समाज को इस राष्ट्र-मंदिर से जोड़ना हम सब की जिम्मेदारी है। हालांकि दिल्ली प्रांत में निधि समर्पण अभियान का प्रारंभ आगामी 1 फरवरी से होगा किन्तु मकर संक्रांति पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के दक्षिणी दिल्ली स्थित इस केंप कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर हुए इस विशिष्ट कार्यक्रम में आज लगभग दो दर्जन महानुभावों ने अपना समर्पण पूज्य स्वामी जी के समक्ष किया।