जब किसानों की चल रही थी वार्ता, तभी दिल्ली में गरज रहे थे राहुल-प्रियंका

नई दिल्ली। केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच बातचीत से रास्ता निकल नहीं रहा है। किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखे हुए हैं। कांग्रेस की ओर से बार-बार इस नए कानून को खत्म करने और किसानों को अधिकार देने की बात हो रही है। आज इसी मांग के समर्थन में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने दिल्ली की सडकों पर प्रदर्शन किया। उनके साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी रहीं। इन दोनों ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से भी मुलाकात की।

सांसद राहुल गांधी ने कहा कि इन तीनों कानूनों को वापस लिए जाने तक उनकी पार्टी पीछे नहीं हटेगी। उप राज्यपाल के निवास के निकट आयोजित कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में शामिल राहुल गांधी ने कहा कि कुछ साल पहले केंद्र सरकार ने भूमि अधिग्रहण विधेयक के माध्यम से किसानों की जमीन छीनने का प्रयास किया था। कांग्रेस ने उसे रोका। भाजपा एक बार फिर किसानों पर आक्रमण कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये तीनों कानून किसानों की मदद करने के लिए नहीं हैं, बल्कि उन्हें खत्म करने के लिए हैं। सरकार कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है।

इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट किया किया था कि देश के अन्नदाता अपने अधिकार के लिए अहंकारी मोदी सरकार के ख़िलाफ सत्याग्रह कर रहे हैं। आज पूरा भारत किसानों पर अत्याचार व पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के विरुद्ध आवाज बुलंद कर रहा है। आप भी जुड़िये और इस सत्याग्रह का हिस्सा बनिये।

बता दें कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने शुक्रवार को ‘किसान अधिकार दिवस’ मनाया। इसके तहत पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने प्रदेश मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया और राज्यपालों एवं उप राज्यपालों को ज्ञापन सौंपें। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार के काले कानूनों के खिलाफ लाखों अन्नदाता दिल्ली की सरहदों पर ठंड में, बारिश में डटे हुये हैं। 60 से अधिक अन्नदाताओं ने अपनी शहादत दी है; लेकिन अंहकारी सरकार टस से मस नहीं हो रही है।