नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में प्रियंका गांधी के जुड़ने को लेकर राजनैतिक जानकार इसे कई मायने में अहम मान रहे है। राजनैतिक जानकारों के अनुसार प्रियंका गांधी मौजूदा समय में कांग्रेस की एक मजबूत कड़ी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी अच्छा खासा समय दिया है। जिसे देखते हुए कांग्रेस के पदाधिकारी भी समय – समय पर प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने की मांग करते रहे है। हालांकि प्रियंका सिर्फ कांग्रेस संगठन को मजबूत करने में जुटी रही। वाराणसी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर एक बार फिर प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रियता दिखाती नजर आ रही है। माना जा रहा है, कि इस बार लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी कांग्रेस की उम्मीदवार हो सकती है। यदि ऐसा होता है तो प्रियंका उत्तर प्रदेश के रायबरेली, अमेठी, फूलपुर या वाराणसी से अपनी दावेदारी को पेश कर सकती है।
भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर राहुल गांधी 16 फरवरी बिहार के रास्ते उत्तर प्रदेश पहुंचेंगे। उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद से होते हुए राहुल गांधी की यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ वाराणसी में पहुंचेंगी। वही पीएम के गढ़ में राहुल गांधी का साथ देने के लिए खुद प्रियंका गांधी पहुंचने वाली है। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को लेकर माहौल बनाने के लिए और अपनी ताकत दिखाने के लिए राहुल और प्रियंका एक साथ वाराणसी में यात्रा करेंगे। प्रियंका गांधी के यात्रा में शामिल होने की खबर से कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। वही पार्टी पदाधिकारी लगातार बैठक कर भारत जोड़ो न्याय यात्रा को तैयारी में जुटे हुए है।
राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाराणसी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान करीब 12 किलोमीटर की पैदल यात्रा तय करेंगे। उत्तर प्रदेश कमेटी की तरफ से राहुल गांधी के नयाय यात्रा में प्रियंका गांधी के जुड़ने को लेकर हरि झंडी मिल गई है, लेकिन अभी शीर्ष नेतृत्व और केंद्रीय कमेटी की औपचारिक मंजूरी मिलना बाकी है।वाराणसी में राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी जहां एक तरफ पैदल यात्रा करेंगी, तो वही वह बाबा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और यात्रा के दौरान राहुल गांधी के संबोधन में भी साथ रहेंगी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा को सफल बनाने के लिए कांग्रेस कमेटी अपने सभी विंग के साथ तैयारी में जुटी हुई है।