राजीना गोवाला ने जीता 11वीं दक्षिण एशियाई आशिहारा कराटे चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक

जोश और जूनून हो तो प्रतिकूल परिस्थितियों में भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। असम की राजीना गोवाला ने यही कर दिखाया है। समुचित सुविधा नहीं मिलने के बावजूद उसने कराटे चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है।

नई दिल्ली। डिब्रूगढ़ की आदिवासी लड़की ने 11वीं दक्षिण एशियाई आशिहारा कराटे चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। खिलाड़ी राजीना गोवाला ने बताया, “दिन में काम पर जाने की वजह से नियमित कक्षाएं नहीं ले सकती थी। मैं जल्दी सुबह कराटे की कक्षाएं लेती हूं। मैं पिछले 7 साल से कराटे सीख रही हूं।”

इसको लेकर जब कराटे प्रशिक्षक तपन भुइंया से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि हम बहुत से एसोसिएशन के साथ संपर्क में हैं। हमें प्रैक्टिस के लिए सामान की ज़रूरत पड़ती है लेकिन हम वह खरीद नहीं सकते। ऐसी कई दिक़्कतें हैं इसलिए सरकार से अनुरोध है कि वह महिलाओं के लिए भी थोड़ी मदद करे।