पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी समेत पीटीआई के कई नेता गिरफ्तार

पहले पंजाब सरकार और संघ सरकार के मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा था कि पुलिस धारा 144 का उल्लंघन करने को लेकर किसी भी पीटीआई कार्यकर्ता को गिरफ्तार नहीं करेगी। सनाउल्लाह ने कहा था कि केवल उन्हीं पीटीआई नेताओं को गिरफ्तार किया जाएगा जो भ्रष्टाचार या किन्हीं अन्य आपराधिक मामलों में वांछित हैं।

लाहौर। इमरान खान के जेल भरो आंदोलन के आह्वान के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक सरगर्मी एक बार फिर से तेज हो गई हैं। इसी क्रम में तहरीक ए इंसाफ पार्टी के वरिष्ठ नेता अपनी गिरफ्तारी दे रहे हैं, जिसके कारण पुलिस को अस्थायी जेल बनाने पड़ी है। दरअसल, मौलिक अधिकारों के उल्लंघन, संविधान के दुरुपयोग और आर्थिक संकट का आरोप लगाते हुए बुधवार को इमरान खान ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से जेल भरने का आह्वान किया है। गिरफ्तारी के पहले दिन पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी समेत असद उमर सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने गिरफ्तारियां दीं। पार्टी ने दावा किया कि लाहौर पुलिस ने 500 से 700 तक कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में लिया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के गिरफ्तारियां देने का आंदोलन शुरू किये जाने के बाद छह वरिष्ठ नेताओं समेत पार्टी के 60 से अधिक कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।

पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने पूर्व मंत्री शाह मोहम्मद कुरैशी, असद उमर, सीनेटर आजम स्वाति, वालिद इकबाल (कवि अलम्मा इकबाल के पोते) पंजाब के पूर्व गवर्नर उमर सरफराज चीमा समेत पीटीआई के 60 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने खुद को गिरफ्तारी के लिए पेश किया था। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार लोगों को जन व्यवस्था को बनाये रखने के लिए एक माह की खातिर कोट लखपत जेल में ले जाया गया।

पीटीआई उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने कहा कि बड़ी संख्या में पार्टी नेता और कार्यकर्ता गिरफ्तारी के लिए सामने आये। उन्होंने कहा कि करीब 500-700 कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। चौधरी ने दावा किया कि पुलिस गाड़ियों के साथ तैयार होकर पहुंची थी लेकिन ‘हजारों की तादाद देखकर वह घबरा गयी और विचार करने लगी कि उसे क्या करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बुधवार का प्रदर्शन लाहौर तक सीमित था और अब गुरुवार को पेशावर में पार्टी नेता एवं कार्यकर्ता गिरफ्तारी देंगे। कुरैशी ने कहा कि यह गर्व की बात है कि वादे के मुताबिक गिरफ्तारी के लिए खुद को पेश करने वाले वह पहले व्यक्ति थे।
जेल रोड पर बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ता एवं नेता जुटे थे। उनमें से कुछ कार्यकर्ताओं ने खुद को कड़ी में बांध रखा था और कुछ ने अपने द्वारा बनायी गयी ‘कृत्रिम जेल’ में बंद कर रखा था। सरकार ने लाहौर में माल रोड समेत विभिन्न सड़कों पर धारा 144 लगा दी थी जिसके तहत पांच लोगों से अधिक के एकजुट पर पाबंदी थी।