बेंगलुरु। तीन बार के चैंपियन पटना पाइरेट्स ने नौ दिन के ब्रेक के बाद अपना पहला मैच खेला और जोरदार आलराउंड प्रदर्शन करते हुए शेराटन ग्रैंड, व्हाइटफील्ड होटल एवं कन्वेंशन सेंटर में जारी वीवो प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के आठवें सीजन के 80वें मैच में शुक्रवार को तमिल थलाइवाज को 52-24 के अंतर से हरा दिया।
यह 12 मैचों में पटना की आठवीं जीत है जबकि चार बार ऑल आउट होने वाले थलाइवाज को 13 मैचों में चौथी हार मिली है। पटना की जीत में उसके डिफेंडरों का अहम योगदान रहा। डिफेंडरों ने कुल 21 अंक लिए, जिनका नेतृत्व मोहम्मदरेजा शादलू ने 6 अंकों के साथ किया। इसके अलावा नीरज और सुनील ने भी हाई-5 पूरा किया।
यह मैच डिफेंडरों के कारण रिकार्डबुक में दर्ज हुआ। पीकेएल इतिहास में ऐसा चौथी बार हुआ कि किसी एक ही मैच में चार डिफेंडरों ने हाई-5 लगाए। साथ ही यह पीकेएल इतिहास में पटना के डिफेंस का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
पटना के लिए मोनू गोयत ने 9, प्रशांत राय ने 8 और सचिन तंवर ने 6 रेड अंक लिए। थलाइवाज के लिए सागर (6 अंक) ने भी हाई-5 पूरा किया लेकिन अन्य साथियों की नाकामी के कारण उनका प्रदर्शन बेमानी हो गया। इस मैच में थलाइवाज का रेडिंग विभाग भी नहीं चला। उसके सबसे कामयाब रेडर मंजीत सिर्फ 4 अंक ले सके। अजिंक्य पवार को 5 अंक मिले। पटना के लिए
बहरहाल, चार मिनट के खेल के बाद थलाइवाज 4-3 से आगे थे। सात के डिफेंस में प्रशांत राय रेड के लिए गए लेकिन वह लपके गए। मोहित भी हालांकि सेल्फ आउट हुए। फिर पटना के डिफेंस ने मंजीत को दूसरी बार लपका। स्कोर 5-5 हो गया था।
पटना 6-5 से आगे थे लेकिन थलाइवाज के डिफेंस ने तीसरी कामयाबी के रूप में सचिन को लपक स्कोर 6-6 बराबर कर दिया। नौ मिनट बाद थलाइवाज के लिए अजिंक्य पवार डू ओर डाई रेड पर आए लेकिन वह लपक लिए गए। इस दौरान हालांकि डिफेंडर भी सेल्फ आउट हुआ। फिर पांच के डिफेंस में मोनू ने मोहित को टो टच किया। 10 मिनट के बाद पटना 1 अंक से आगे थे। हिमांशु ने हालांकि अगली रेड पर अंक लेकर स्कोर बराबर किया। मोनू ने अगली रेड पर एक अंक लिया। फिर मोहम्मदरेजा शादलू ने मंजीत को डैश कर पटना को तीन अंक से आगे कर दिया।
फिर पटना ने थलाइवाज को ऑल आउट कर 15-8 की लीड ले ली। आलइन के बाद प्रशांत ने दो अंक की रेड की। पटना ने यह हाफ खत्म होने से ढाई मिनट पहले तक 20-12 की लीड ले रखी थी। पहले हाफ की समाप्ति तक पटना को 9 अंकों की लीड मिली हुई थी।
ब्रेक के बाद थलाइवाज ऑल आउट बचाने के लिए खेल रहे थे। सब्सीट्यूट भवानी राजपूत आए और बोनस लेकर गए। फिर पटना ने थलाइवाज को दूसरी बार ऑल आउट कर पटना ने 26-14 की लीड ले ली। अगली रेड पर सागर को लपक पटना ने थलाइवाज को तीसरी बार ऑल आउट किया। 5 मिनट बचे थे और अब थलाइवाज के लिए वापसी करना नामुमकिन था क्योंकि पटना 43-19 से आगे था। फिर वही हुआ, जिसका डर था क्योंकि पटना ने थलाइवाज को चौथी बार ऑल आउट कर 48-19 की लीड ले ली। इसके बाद तो पटना की जीत मात्र औपचारिकता रह गई थी।