पूर्व केंद्रीय मंत्री राठौर का जोरदार हमला, राज्य की सरकार को बताया नपुंसक

राजस्थान में सरकार के नाम पर कोई है ही नहीं। विधायकों को भी खुली छूट दे रखी है। राजस्थान में बिल्कुल नपुंसक सरकार है: राज्यवर्धन सिंह राठौर

नई दिल्ली। राजस्थान के उदयपुर में हुई जघन्य हत्या के बाद बयानों का दौर जारी है। कांग्रेस इस घटना की निंदा कर रही है, तो भाजपा इसको लेकर राज्य सरकार और प्रशासन व्यवस्था पर सवाल उठा रही है। ताजा बयान में पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के सांसद राज्यवर्धन राठौन ने कांग्रेस सरकार को नपुंसक करार दिया है।

मीडिया से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की नंपुसक सरकार है। 3.5 साल हो गए और इन्होंने जो काम किए हैं उसके कारण ही आज जिहादियों के हौसले बुलंद हैं। ये एक अकेली घटना नहीं है अनेकों घटनाएं इंतजार कर रही हैं होने का। उन्होंने यह भी कहा कि राजस्थान सरकार हाथ बांध के सिर्फ अपनी कुर्सी बचाकर बैठी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मानसिक रूप से दिल्ली में रहते हैं और अंदरूनी खींचतान के कारण जनता पिस रही है। जब राजस्थान में लॉ एंड ऑर्डर है ही नहीं तो ऐसे ही लोगों के हौसले बढ़ते हैं।

राज्यवर्धन राठौर ने कहा कि गहलोत जी अपनी अक्षमता दूसरों के सिर मढ़ने में उस्ताद हैं। जब सत्ता संभाल नहीं पा रहे हैं तो कुर्सी से उतर क्यूँ नहीं जाते। कांग्रेस आतंकी घटनाओं का राजनीतिकरण कर शुरू से ही इनका बचाव करती आई है। इसकी जाँच होनी चाहिए कि ऐसे धर्मांध तत्वों पर कार्रवाई करने से पुलिस को कौन रोक रहा?

दूसरी ओर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस हत्या की निंदा की है। अपने आधिकारिक ट्विटर पर उन्होंने लिखा है कि उदयपुर में हुई जघन्य हत्या से मैं बेहद स्तब्ध हूं। धर्म के नाम पर बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जा सकती। इस हैवानियत से आतंक फैलाने वालों को तुरंत सख़्त सज़ा मिले। हम सभी को साथ मिलकर नफ़रत को हराना है। मेरी सभी से अपील है, कृपया शांति और भाईचारा बनाए रखें।

इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी राज्य के लोगों से विशेष शांति की अपील की थी।