नई दिल्ली। ‘युवा संगम’ कार्यक्रम के तहत, जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी, इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के छात्रों का एक दल एनआईटी सिलचर (असम) के लिए बुधवार को रवाना हुआ। जेएनयू परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जेएनयू की कुलपति शांतिश्री धूलिपुड़ी ने छात्रों के दल को रवाना किया। 50 छात्रों और 05 संकाय सदस्यों वाला यह दल 1 से 5 अप्रैल 2023 तक सिलचर में रहेंगे। जहां ये दल सिलचर की संस्कृति और परंपराओं को समझेंगे।
इस यात्रा के माध्यम से दोनों राज्यों के बीच समृद्ध सांस्कृतिक और पारंपरिक आदान-प्रदान और विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। पर्यटन, परंपरा, प्रगति, प्रौद्योगिकी और आपसी संपर्क को और बढ़ावा देना भी यात्रा का हिस्सा है। यह प्रतिनिधिमंडल एनआईटी सिलचर के अलावा हाफलोंग जिले और बदरपुर और करीमगंज के निकटवर्ती जिले, बोराखाई चाय बागान, बोरेल इको-पार्क आदि का भी दौरा करेगा।
छात्रों के दल को रवाना करते हुए जेएनयू की कुलपति शांतिश्री धूलिपुड़ी ने कहा कि शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की यह पहल निश्वित तौर पर युवाओं को नए ज्ञान का अनुभव कराएगी। इस अभियान से एक भारत, श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को भी साकार किया जाएगा। उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जेएनयू और दूसरे परिसरों के छात्र जो इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं वे कुछ न कुछ नया सीख कर आएंगे। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत युवा संगम’ का उद्देश्य पूर्वोत्तर राज्यों के युवाओं और शेष भारत के बीच एक अंतर्संबंध स्थापित करना है। इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्वोत्तर राज्यों के 11 उच्च शिक्षा संस्थानों और देश के बाकी हिस्सों से 14 प्रमुख संस्थानों को मिलाकर किया गया था, जिन्हें पारस्परिक यात्राओं के लिए जोड़ा गया है।