Sukma Naxal Attack : छत्तीसगढ में 22 जवानों के शव बरामद, सुरक्षा एजेंसी कर सकती है बडी कार्रवाई

सुरक्षा बलों के अधिकतर जवान गोली लगने से शहीद हुए जबकि एक के बारे में संदेह है कि वह बेहोश हो गया और बाद में पानी की कमी होने के चलते उसकी मृत्यु हो गई।

नई दिल्ली। छत्तीसगढ के सुकमा में हुए नक्सली हमला (Naxali Attack) में अब तक 22 जवानों के शव बरामद हो गए हैं। सुरक्षा एजेंसियां एक्शन के मोड में है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को अपना चुनावी दौरा रद्द किया और आला विभागीय अधिकारों सहित सुरक्षा एजेसियों के अधिकारियों के साथ बैठक की। कहा जा रहा है कि नक्सलियों के खिलाफ किसी बडे कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाया जा सकता है।

रविवार को बताया गया है कि सुकमा (Sukma) जिले की सीमा पर हुई मुठभेड़ के बाद लापता जवानों में से और 17 जवानों के शव पुलिस ने बरामद किए हैं। मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों की संख्या 22 हो गयी है जबकि 31 अन्य जवान घायल हुए हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सल प्रभावित सुकमा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में शनिवार को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए थे तथा 18 अन्य जवान लापता हो गए थे। इस अभियान में बीजापुर जिले के तर्रेम, उसूर और पामेड़ से तथा सुकमा जिले के मिनपा और नरसापुरम से लगभग दो हजार जवान शामिल थे।

बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने रविवार को बताया कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से डीआरजी के आठ जवानों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कोबरा बटालियन के सात जवानों, एसटीएफ के छह जवानों तथा सीआरपीएफ के बस्तरिया बटालियन के एक जवान का शव बरामद किया है। वहीं कोबरा बटालियन का एक जवान अभी भी लापता है। सुंदरराज ने बताया कि नक्सलियों के बटालियन नंबर एक की उपस्थिति की सूचना के बाद सुरक्षा बलों के जवानों को नक्सल विरोधी अभियान पर रवाना किया गया था। पुलिस को बटालियन नंबर एक के कमांडर हिड़मा की उपस्थिति की भी सूचना मिली थी। क्षेत्र में बड़ी नक्सली घटनाओं में हिड़मा के शामिल होने की जानकारी मिलती रही है।

छत्तीसगढ़ CM भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा कि तर्रेम, बीजापुर में एक बड़ी घटना में सुरक्षाकर्मियों के एक संयुक्त ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने छिपकर आक्रमण किया। जिन जवानों ने अपनी जान गवाई उन्हें हम नमन करते हैं, उनके परिवार के लिए संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। नक्सलियों को भी भारी नुकसान हुआ है। हमारा ऑपरेशन नहीं रुकेगा। उस क्षेत्र में इस महीने हमारे 2 कैंप स्थापित किए जाएंगे। इसके बाद नक्सलियों की गतिविधियां सीमित हो जाएंगी। आम जनता को हम सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे।

एक अधिकारी ने बताया कि वांछित माओवादी कमांडर एवं तथाकथित पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) बटालियन नंबर 1 के नेता हिडमा और उसकी सहयोगी सुजाता के नेतृत्व में कम से कम 400 नक्सलियों के शनिवार को घात लगाकर किए गए हमले में शामिल होने का संदेह है। छत्तीसगढ़ में तैनात एक अन्य अधिकारी ने कहा कि बस्तर के जगदलपुर से राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दो महानिरीक्षक (आईजी) रैंक के अधिकारी इस अभियान की निगरानी कर रहे थे।

बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) अपने आवास पर छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक कर रहे हैं। बैठक में गृह सचिव अजय भल्ला, IB के निदेशक अरविंद कुमार और CRPF के वरिष्ठ अधिकारी भाग ले रहे हैं।