ताइपे। ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने पोप फ्रांसिस को लिखे एक पत्र में कहा है कि चीन के साथ युद्ध कोई विकल्प नहीं है। साई इंग-वेन ने कहा कि चीन के साथ सार्थक बातचीत तभी संभव है जब बीजिंग स्वशासित ताइवान के लोकतंत्र का सम्मान करे। वेटिकन सिटी चीन के बजाय ताइवान के साथ राजनयिक संबंध रखने वाली अंतिम यूरोपीय सरकार है।
हालांकि, अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों ने ताइवान के साथ व्यापक अनौपचारिक संबंध बनाए रखते हैं। चीन के साथ संबंध विकसित करने के वेटिकन के प्रयासों को लेकर ताइवान के नेता असहज हैं।
ताइवान की राष्ट्रपति के कार्यालय की ओर से जारी पत्र के मुताबिक उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध, प्रवासी अनुकूल नीतियों और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर वेटिकन के रुख के प्रति समर्थन व्यक्त किया है। वर्ष 1949 में गृह युद्ध के बाद ताइवान और चीन अलग हो गए थे। हालांकि उनके बीच कोई आधिकारिक संबंध नहीं है लेकिन वे अरबों डॉलर के व्यापार और निवेश से जुड़े हुए हैं।