
नई दिल्ली। ईरान में आखिरकार इब्राहिम रईसी राष्ट्रपति निर्वाचित हो गए। शुक्रवार को हुए मतदान में उन्हें पर्याप्त मत मिले। अब ईरान की कूटनीतिक राजनीति के नए अध्याय के शुरू होने की बात कही जा रही है। पश्चिमी देशों का कहना है कि इब्राहिम रईसी अपेक्षाकृत अधिक कट्टरपंथी हैं। खासकर उनकी अमेरिका से नहीं बनेगी। ऐसे में आनेवाले समय में नया शक्ति संघर्ष देखा जा सकता है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इब्राहिम रईसी को राष्ट्रपति बनने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह भारत तथा ईरान के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए उनके साथ काम करने को लेकर उत्साहित हैं।
Congratulations to His Excellency Ebrahim Raisi on his election as President of the Islamic Republic of Iran. I look forward to working with him to further strengthen the warm ties between India and Iran.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 20, 2021
बता दें कि रायसी ने 2017 में भी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा था। उस चुनाव में उदारवादी नेता रूहानी ने उन्हें भारी अंतर से हरा दिया था। उस चुनाव में रायसी को 38 फीसदी वोट मिले थे, जबकि रूहानी को 57 फीसदी वोट हासिल हुआ था।
बता दें कि टीएनबी ने एक दिन पहले ही लिख दिया था कि इब्राहिम रईसी के हाथ सत्ता की बागडेार रहने वाली है। राष्ट्रपति पद के चुनाव में देश के इतिहास में इस बार सबसे कम मतदान हुआ। शुक्रवार शाम साढ़े सात बजे तक सिर्फ 37 फीसदी लोगों ने ही वोट डाला था। उल्लेखनीय है कि ईरान में कुल 2 करोड़ 20 लाख मतदाता हैं। राष्ट्रपति पद के चुनाव में देश के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई के कट्टर समर्थक एवं कट्टरपंथी न्यायपालिका प्रमुख इब्राहीम रईसी ने शनिवार को बड़े अंतर से जीत हासिल की।
ईरान में इब्राहिम रायसी होंगे अगले राष्ट्रपति, कैसी होगी आगे की राजनीति ! https://t.co/PIsWPAMA2s#IranElection2021
— The National Bulletin Hindi (@BulletinHindi) June 19, 2021