Operation Ganga : भारतीय छात्रों को यूक्रेन से निकालने के लिए कई दूसरे देश भी कर रहे हैं मदद

यूक्रेन में फिलहाल करीब 20,000 भारतीय फंसे हुए हैं जिनमें ज्यादातर छात्र हैं। दूसरी निकासी उड़ान एआई1942 के 250 और भारतीय नागरिकों को लेकर रविवार तड़के दिल्ली लौटी है। अब भारत का कोई भी नागरिक अगर यूक्रेन से किसी तरह पोलैंड की सीमा तक पहुंचता है तो उसे बिना किसी वीजा के पोलैंड की सरकार उन्हें अपने देश में प्रवेश करने दे रही है।

नई दिल्ली। यूक्रेन में रूस के हमले के बाद से भारतीय छात्र यूक्रेन से स्वदेश आने के लिए तैयार हैं। भारत सरकार ऑपरेशन गंगा के तहत के सभी को निकालने के लिए पूरी तैयारी के साथ काम कर रही है। युद्ध क्षेत्र होने के कारण कुछ तात्कालिक दिक्कते हैं, उसको लेकर भारत सरकार संबंधित देशों में अधिकारियों से बात कर रही है।

रक्षा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में भारत शांति का पक्षधर है। रविवार को बलिया जिले के बैरिया विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी जनसभा में राजनाथ सिंह ने यूक्रेन व रूस में चल रहे युद्ध की चर्चा करते हुए कहा कि भारत शांति का पक्षधर है। उन्होंने कहा कि रक्षा के मामले में भारत आत्मनिर्भर बनेगा और आगामी दस साल में ऐसे हालात हो जायेंगे कि भारत युद्ध सामग्रियों का आयातक देश होने के बजाय निर्यातक देश हो जायेगा।

यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों को भारत की सरकार की वहां से वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही है। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने में अब पोलैंड भारत की मदद कर रहा है। भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बुराकोव्स्की ने रविवार (27 फरवरी) को बताया कि पोलैंड यूक्रेन में रूसी आक्रमण से बचने वाले भारतीय छात्रों को बिना किसी वीजा के पोलैंड में प्रवेश करने की अनुमति दे रहा है।”
बता दें कि भारत की सरकार एयर इंडिया के विमान ने अपने नागिरकों को यूक्रेन से वापस ला रही है। एअर इंडिया का एक विमान रूस के आक्रमण के चलते यूक्रेन में फंसे तकरीबन 250 भारतीयों को लेकर शनिवार (26 फरवरी) की दोपहर को बुखारेस्ट (रोमानिया की राजधानी) से मुंबई के लिए रवाना हुआ था। 250 छात्र सही सलामत स्वदेश लौट आए हैं। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लाने के लिए यह एयर इंडिया की पहली निकासी उड़ान है।