नई दिल्ली। यूक्रेन में रूस के हमले के बाद से भारतीय छात्र यूक्रेन से स्वदेश आने के लिए तैयार हैं। भारत सरकार ऑपरेशन गंगा के तहत के सभी को निकालने के लिए पूरी तैयारी के साथ काम कर रही है। युद्ध क्षेत्र होने के कारण कुछ तात्कालिक दिक्कते हैं, उसको लेकर भारत सरकार संबंधित देशों में अधिकारियों से बात कर रही है।
रक्षा मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में भारत शांति का पक्षधर है। रविवार को बलिया जिले के बैरिया विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी जनसभा में राजनाथ सिंह ने यूक्रेन व रूस में चल रहे युद्ध की चर्चा करते हुए कहा कि भारत शांति का पक्षधर है। उन्होंने कहा कि रक्षा के मामले में भारत आत्मनिर्भर बनेगा और आगामी दस साल में ऐसे हालात हो जायेंगे कि भारत युद्ध सामग्रियों का आयातक देश होने के बजाय निर्यातक देश हो जायेगा।
#WATCH | Defence Min Rajnath Singh says in Bairiya, UP, "…Whatever is happening in Ukraine, we want peace to prevail. Words aren't sufficient to appreciate PM Modi for his role. India never attacked any country. We believe everyone should follow this principle for world peace" pic.twitter.com/DnDvf0BTiE
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 27, 2022
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों और नागरिकों को भारत की सरकार की वहां से वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही है। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने में अब पोलैंड भारत की मदद कर रहा है। भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बुराकोव्स्की ने रविवार (27 फरवरी) को बताया कि पोलैंड यूक्रेन में रूसी आक्रमण से बचने वाले भारतीय छात्रों को बिना किसी वीजा के पोलैंड में प्रवेश करने की अनुमति दे रहा है।”
बता दें कि भारत की सरकार एयर इंडिया के विमान ने अपने नागिरकों को यूक्रेन से वापस ला रही है। एअर इंडिया का एक विमान रूस के आक्रमण के चलते यूक्रेन में फंसे तकरीबन 250 भारतीयों को लेकर शनिवार (26 फरवरी) की दोपहर को बुखारेस्ट (रोमानिया की राजधानी) से मुंबई के लिए रवाना हुआ था। 250 छात्र सही सलामत स्वदेश लौट आए हैं। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लाने के लिए यह एयर इंडिया की पहली निकासी उड़ान है।