नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पूरी तरह एक्शन मोड में आ चुकी है। सपा प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक ओर लगातार रैलियां कर रहे हैं, तो दूसरी ओर संगठन को मजबूत करने के लिए समय-समय पर पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हैं। जमीनी हालात का जायजा लेते और पार्टी का जनाधार बढ़ाने और राज्य सरकार की नाकामियों को जनता के बीच ले जाने के लिए निर्देश देते हैं।
फर्क साफ है। pic.twitter.com/LXBtAWqU8j
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) December 11, 2021
लखनउ में एक ऐसी ही बैठक के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि दिल्ली में बड़े-बड़े बैनर, विज्ञापन, होर्डिंग लगे हैं कि बड़े पैमाने पर रोज़गार और नौकरी दी गई। उत्तर प्रदेश के कितने नौजवानों को नौकरी और रोज़गार मिले, ये सबसे बड़ा सवाल है। भाजपा सरकार बताए कि जो शिलान्यास किए गए थे, उनमें से 4.5 साल में कितने पूरे हुए। दुनिया में मूलतः दो तरह के लोग होते हैं कुछ वो जो सच में काम करते हैं और कुछ वो जो दूसरों का काम अपने नाम करते हैं…सपा की काम करनेवाली सरकार में और आज की ‘कैंचीजीवी’ सरकार में ये फ़र्क़ साफ़ है… इसीलिए बाइस के चुनाव में भाजपा पूरी तरह होने वाली साफ़ है।