उपराष्ट्रपति ने विश्व चैंपियनशिप में भारतीय तीरंदाजों के शानदार प्रदर्शन की सराहना की

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति श्री जगदीप धनखड़ ने राज्य सभा में बर्लिन, जर्मनी में आयोजित विश्व तीरंदाजी चैम्पियनशिप में भारतीय तीरंदाजों के शानदार प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि उनका अनुकरणीय प्रदर्शन निश्चित रूप से राष्ट्र को प्रेरित करेगा। राज्यसभा में सदन की ओर से बधाई देते हुए श्री धनखड़ ने “अपने शानदार प्रदर्शन से इतिहास रचने” के लिए विशेष रूप से महिला तीरंदाजों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।

विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए भारतीय तीरंदाजों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी उपलब्धियां, खेल के क्षेत्र में हमारी तेज प्रगति को दर्शाती हैं और हमारे खिलाड़ियों के अटूट संकल्प, कड़ी मेहनत और हृदय से समर्पित होने का प्रमाण हैं। उन्होंने कहा, “सकारात्मक सरकारी पहल और नीतियों के कारण भी यह संभव हुआ है।”

राज्यसभा सभापति ने अपने वक्तव्य में कहा कि 17 वर्षीय अदिति गोपीचंद स्वामी ने चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश के लिए पहला व्यक्तिगत विश्व खिताब हासिल किया है। यह खिताब जीतने वाली वे दुनिया की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गईं हैं। उन्होंने ओजस प्रवीण देओतले की भी सराहना की, जिन्होंने पुरुषों की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता है। वे विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में ऐसा खिताब जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष तीरंदाज बन गए हैं। एक अन्य महिला तीरंदाज ज्योति सुरेखा वेन्नम ने महिला व्यक्तिगत कंपाउंड स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, जबकि ज्योति वेन्नम, परनीत कौर और अदिति गोपीचंद स्वामी की टीम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए महिला कंपाउंड टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।

तीरंदाजों को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए सफलता की शुभकामनाएं देते हुए, सभापति ने आशा व्यक्त की कि वे अपनी उपलब्धियों से देश को गौरवान्वित करते रहेंगे।