क्या कह दिया राहुल गांधी ने वैक्सीनेशन को लेकर, जिस पर हो रहा है बवाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मन की बात कर रहे थे। कई मसलों पर बात की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोरोना वैक्सीन की बात की और कहा कि बस, हर देशवासी तक वैक्सीन पहुंचा दो। इसके बाद सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया।

नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narndra Modi) को बधाई दी जा रही है कि उन्होंने कोरोना टीकाकरण (COVID19 Vaccination) अभियान पूरे देश में निशुल्क करवाया। वहीं, कांग्रेस की ओर से वैक्सीन की कमी और कार्ययोजना को लेकर सवाल किए जा रहे हैं। रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi)ने कटाक्ष किया और सीधे प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि बस हर देशवासी तक वैक्सीन पहुँचा दो, फिर चाहे मन की बात भी सुना दो!

असल में, रविवार को प्रधानमंत्री अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात Man ki Baat)कर रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 1 जुलाई को हम राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाएंगे। ये दिन देश के महान चिकित्सक और स्टेट्समैन डॉक्टर बीसी राय की जन्म-जयंती को समर्पित है। कोरोना-काल में डॉक्टरों के योगदान के हम सब आभारी हैं। हमारे डॉक्टर्स ने अपनी जान की परवाह न करते हुए हमारी सेवा की है।

राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ये कटाक्ष टिव्टर पर किया था।

सांसद राहुल गांधी के समर्थन में कांग्रेस पार्टी की ओर से भी शब्दों के वाण चलाए गए। देश में टीकाकरण की गति धीमी है और प्रचार की गति तेज है। प्रधानमंत्री अपनी आभासी छवि को मजबूत करने के लिए टीकाकरण को एक इवेंट बना रहे हैं।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि देश यह सब बातें सुनने को तैयार नहीं है, लेकिन देश दो बातें जानना चाहता है: जिनकी गलतियों से जानें गयी, उनके ऊपर क्या कोई जिम्मेदारी तय होगी? उनकी भूमिका पर कोई जाँच होगी? क्या आप दिसंबर 2021 तक वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल कर पाएंगे?

उसके बाद भाजपा खेमे में खलबली मच गई। भाजपा नेताओं सहित कई मंत्रियों ने राहुल गांधी को जवाब सवाल करने लगे।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh Chouhan) की ओर से कहा गया कि राहुल बाबा शर्म करो वैक्सीन प्रधानमंत्री जी नहीं तो क्या आप लगवा रहे हो? पीएम मोदी जी देश में सभी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगवा रहे हैं और आप केवल भ्रम फैला रहे हो। जिसकी वजह से कई लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई। आपने भ्रम फैलाकर उनका जीवन खतरे में डाला।