भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने कहा, “ इस प्रक्रिया में (लोगों को निकलने की) हमने 18 अन्य देशों की मदद भी की है। हम यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के अधिकारियों की लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने में सहूलियत प्रदान करने के लिए सराहना करते हैं।” तिरुमूर्ति ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया है और इस बत पर जोर दिया है कि बातचीत और कूटनीति के रास्ते के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा, “हम संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और राष्ट्रों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की जरूरत को रेखांकित करना जारी रखेंगे।”
अमेरिका, अलबानिया, ब्रिटेन, फ्रांस, आयरलैंड और नॉर्वे ने यूक्रेन में मानवीय स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक का अनुरोध किया था। तिरुमूर्ति ने बताया कि भारत ने यूक्रेन और उसके पड़ोसियों को एक मार्च से 90 टन से ज्यादा आपूर्ति भेजी है, जिनमें जरूरी दवाएं और आवश्यक राहत सामग्री शामिल है। उल्लेखनीय है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू करने का ऐलान किया था।