मोदी सरकार के 7 साल, कांग्रेस ने उठाया सवाल

क्या बीते सात साल में लोगों के सपने पूरे हुए ? क्या बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार मिलीं ? महंगाई से छुटकारा अभी तक नहीं मिला ? ऐसे की कई सवालों को लेकर कांगे्रस की ओर से आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किए जा रहे हैं, क्योंकि आज ही के दिन साल 2014 में उन्होंने पीएम पद की शपथ ली और इसे पूरा करने का वचन दिया था।

नई दिल्ली। देश में नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को प्रधानमंत्री पद संभाले आज 7 साल हो गया। इसको लेकर केंद्रीय मंत्री सहित भाजपा नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दे रहे हैं। वहीं, कांग्रेस ने इन सात साल के कार्यकाल पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने देश के लिए इसे सही नहीं बताया है।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्विट किया है कि PM की झूठी छवि के लिए किसी भी विभाग का मंत्री किसी भी विषय पर कुछ भी बोलने के लिए मजबूर है। कोरोना से लड़ने के लिए चाहिए- सही नीयत, नीति, निश्चय। महीने में एक बार निरर्थक बात नहीं!

वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने कहा है कि देश को एक नाकाम, नाकारा, नासमझ सरकार का बोझ ढोते हुए आज 7 साल हो गए। देश भुगत रहा है क्योंकि 7 साल में बेरोज़गारी 11.3% हो गई। कई प्रांतों में पेट्रोल 100 और सरसो का तेल 200 रुपये पार कर चुका है। ये 73 साल में देश की सबसे कमजोर सरकार साबित हुई है।

दूसरी ओर, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के सात वर्ष पूर्ण होने पर मोदी जी को हार्दिक बधाई और समस्त NDA परिवार को शुभकामनाएँ। मोदी जी के नेतृत्व में हम आज के दिन को सेवा दिवस के रूप में मनाएंगे। हमारे करोड़ों कार्यकर्ता आज 1 लाख गाँवों में सेवा कार्य करेंगे। कोरोना काल में प्रधानमंत्री जी ने हर भारतीय की चिंता करते हुए तुरंत राहत पैकेज घोषित किए।सरकारी तंत्र, संगठन व सभी से जरूरतमंदों की मदद करने का आह्वान किया। भाजपा ने मोदी जी के मंत्र #SevaHiSangathan को आत्मसात करके करोड़ों लोगों तक मदद पहुंचाई।

बता दें कि 30 मई 2014 को नरेंद्र मोदी ने भाजपा (BJP) को बहुमत मिलने के बाद प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। उसके बाद देश की जनता को लगा कि उसके तमाम कष्ट जैसे महंगाई आदि की समस्याएं दूर होंगी, लेकिन आज भी महंगाई और बेरोजगारी सबसे अधिक समस्या है। दैनिक उपभोग की वस्तुएं के दाम आसमान छू रहे हैं। बीते एक साल में निजी क्षेत्रों में करोडों लोग बेरोजगार हो चुके हैं। इसको लेकर कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक दल लगातार केदं्र सरकार से सवाल कर रहे हैं, लेकिन उन्हें जवाब नहीं मिल पा रहा है।