वाशिंगटन। पूर्वी यूक्रेन में एक अलगाववादी नेता ने आक्रमण के बढ़ते डर के बीच पूर्ण सैन्य लामबंदी का आदेश दिया है। दोनेत्स्क क्षेत्र में रूस समर्थित अलगाववादी सरकार के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने शनिवार को एक बयान जारी कर पूर्ण सैन्य लामबंदी की घोषणा की और रिजर्व बल के सदस्यों से सैन्य भर्ती कार्यालय में आने का अनुरोध किया। हाल के दिनों में क्षेत्र में यूक्रेन की सेना और रूस समर्थित विद्रोहियों के बीच हिंसा बढ़ने के बाद यह कदम उठाया गया है। इस हिंसा को लेकर पश्चिम देशों ने आशंका जतायी है कि मॉस्को इसकी आड़ में हमला कर सकता है।
दोनेत्स्क और लुहांस्क में अलगाववादी प्राधिकारियों ने शुक्रवार को महिलाओं, बच्चों तथा बुजुर्गों को पड़ोसी रूस भेजने की घोषणा की थी। इन प्रयासों के तुरंत बाद विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में कई विस्फोट हुए थे। पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी संघर्ष 2014 में शुरू हुआ और इसमें 14,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
व्हाइट हाउस से पत्रकारों से बातचीत में बाइडन ने कहा कि अमेरिका हर उस वजह को खत्म करने की हरसंभव कोशिश कर रहा है जिसे रूस यूक्रेन पर हमला करने की आड़ बना सकता है तथा वह उसे आगे बढ़ने से रोकने की भी कोशिश कर रहा है। बाइडन ने कहा, ‘‘देखिए, हमे यकीन है कि रूसी बल आने वाले सप्ताह या आने वाले दिनों में यूक्रेन पर हमला करने की योजना बना रहे हैं। हमें यकीन है कि वे यूक्रेन की राजधानी कीव को निशाना बनाएंगे जहां, 28 लाख निर्दोष लोग रहते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोई गलती न करें। अगर रूस अपनी योजना को आगे बढ़ाता है तो वह विध्वंसकारी और अनावश्यक युद्ध का जिम्मेदार होगा। अमेरिका और हमारे सहयोगी देश नाटो क्षेत्र की एक-एक इंच जमीन की रक्षा करने के लिए तैयार हैं।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें यकीन है कि रूस यूक्रेन पर हमला करने जा रहा है। उन्होंने यूक्रेन में सैनिकों को भेजने की संभावना से इनकार किया लेकिन कहा कि अमेरिका, यूक्रेन के लोगों का सहयोग जारी रखेगा।