नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने केंद्रीय क्षेत्र की योजना, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के राष्ट्रीय रोल-आउट को मंजूरी दे दी है। अगले पांच वर्षों के लिए इस योजना के क्रियान्वयन के लिए ₹1,600 करोड़ के बजट को भी मंजूरी दी गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) एबीडीएम की कार्यान्वयन एजेंसी होगी।
हेल्थकेयर इकोसिस्टम में डिजिटल हेल्थ सॉल्यूशंस पिछले कुछ वर्षों में अत्यधिक लाभकारी साबित हुए हैं। कोविन, आरोग्य सेतु और ई-संजीवनी ने यह बता दिया है कि स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच को सक्षम करने में प्रौद्योगिकी की बहुत अहम भूमिका है। हालांकि, देखभाल की निरंतरता और संसाधनों के प्रभावी उपयोग के लिए ऐसे समाधानों को एकीकृत करने की आवश्यकता है।
जन धन, आधार और मोबाइल (जैम) ट्रिनिटी और सरकार की अन्य डिजिटल पहलों के सफल क्रियान्वयन के बाद इसको आधार बनाते हुए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) डेटा, सूचना और अवसंरचना सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला के प्रावधान के माध्यम से एक सहज ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म बनाने की दिशा में अग्रसर है, जो स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़ी व्यक्तिगत जानकारी की सुरक्षा और उसकी गोपनीयता सुनिश्चित करते हुए, अंतर-संचालित होगा, जिसका लाभ सबको मिलेगा।
एबीडीएम के तहत, नागरिक अपना आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) नंबर बना सकेंगे, जिससे उपयोगकर्ता की सहमति से उनके डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड को जोड़ा जा सकेगा। यह विभिन्न स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं में व्यक्तियों के लिए अनुदैर्ध्य स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाने में सक्षम होगा, और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं द्वारा नैदानिक निर्णय लेने में सुधार करेगा। मिशन टेली-मेडिसिन जैसी तकनीकों के उपयोग को प्रोत्साहित करके और स्वास्थ्य सेवाओं की राष्ट्रीय पोर्टेबिलिटी को सक्षम करके गुणवत्ता पूर्ण स्वास्थ्य सेवा के लिए समान पहुंच में सुधार करेगा।
एबीडीएम का पायलट छह केंद्र शासित प्रदेशों लद्दाख, चंडीगढ़, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में एनएचए द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी मंच के सफल प्रयोग के साथ पूरा हुआ। पायलट के दौरान, डिजिटल सैंडबॉक्स बनाया गया था जिसमें 774 से अधिक भागीदार समाधान एकीकरण का हिस्सा बने हैं। 24 फरवरी 2022 तक, 17,33,69,087 आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट बनाए गए हैं और एबीडीएम में 10,114 डॉक्टरों और 17,319 स्वास्थ्य सुविधाओं को पंजीकृत किया गया है।
एबीडीएम न केवल प्रभावी सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेपों के लिए साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने की सुविधा प्रदान करेगा, बल्कि यह नवाचार को भी उत्प्रेरित करेगा और स्वास्थ्य सेवा इकोसिस्टम में रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा।