Business News : टाटा मोटर्स ने ‘अनुभव’ मोबाइल शोरूम्‍स लॉन्‍च किए

नई दिल्ली। टाटा मोटर्स ने आज व्हील्स पर “अनुभव” शोरूम लॉन्च किया। यह ग्रामीण उपभोक्‍ताओं को उनके घर के दरवाजे पर कार खरीदारी का अनुभव प्रदान करता है। गांवों में अपनी मार्केटिंग रणनीति के अनुरूप, इस पहल से तहसील और तालुका में कंपनी की पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी। तहसील और तालुका में ग्रामीण आबादी और अर्थव्यवस्था के लिहाज से अपार क्षमता होती है। देश भर में 103 मोबाइल शोरूम तैनात किए जाएंगे, जिससे भारत के गांवों में टाटा मोटर्स के ब्रैंड के प्रति लोगों में जन-जागरूकता बढ़ाई जाएगी। यह मोबाइल शोरूम मौजूदा डीलरों को अपने उपभोक्ताओं को डोरस्टेप खरीदारी का अनुभव प्रदान करने में मदद करेगा। यह पहल नई फॉरएवर रेंज की कारों और एसयूवी, एक्सेसरीज के बारे में सूचना प्रदान कर मदद करेगी। इससे उपभोक्ताओं को फाइनेंशियल स्कीम का लाभ मिल पाएगा। वह टेस्ट ड्राइव बुक कर सकेंगे और एक्सचेंज के लिए मौजूद कारों का मूल्यांकन कर सकेंगे।

टाटा मोटर्स कॉमर्शियल व्हीकल्स के फुली बिल्ट व्‍हीइकल्स (एफबीवी) डिविजन की विशेषज्ञता के साथ, अनुभव-शोरूम ऑन व्हील्स को बेहद विश्वसनीय टाटा इंट्रा वी-10 पर विकसित किया गया है। टाटा मोटर्स की निगरानी और मार्गदर्शन में इस मोबाइल शोरूम का संचालन डीलरशिप्‍स द्वारा किया जाएगा। सभी डीलरशिप्‍स इन वैन्‍स के लिए मासिक रूट परिभाषित करेंगी जिससे वह किसी लक्षित गांव या तहसील को कवर कर पाएंगे। यह मोबाइल शोरूम जीपीएस ट्रैकर्स से लैस होंगे, जिससे बेहतर इस्तेमाल के लिए इनके मूवमेंट पर पूरी नजर रखी जा सकती है।

टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स लिंमिटेड में सेल्स, मार्केटिंग और कस्टमर केयर के वाइस प्रेसिडेंट श्री राजन अंबा ने इस अवसर पर कहा, “हम अनुभव पहल की शुरुआत कर काफी प्रसन्न हैं। यह ब्रैंड को गांवों तक ले जाने के लिए उल्लेखनीय कदम है। इस कदम से हमारी नई फॉरएवर रेंज की कारों और एसयूवी को सबकी पहुंच में बना दिया है। इससे रिटेल की दुकानों के पारंपरिक मॉडल पर उपभोक्ताओं की निर्भरता कम होगी। यह मोबाइल शोरूम ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए वन स्टॉप सोल्यूशन होगा, जिससे गांवों में रहने वाले उपभोक्ताओं को कारों, फाइनेंस स्कीम और एक्सचेंज ऑफर की जानकारी मिलेगी। इससे हमारे पास उपभोक्ताओं की खरीदारी पैटर्न के उपयुक्त आंकड़े उपलब्ध होंगे, जिससे हम उन तक अपनी पहुंच को और बढ़ा सकेंगे। भारत में कुल यात्री वाहनों की बिक्री में 40 फीसदी योगदान ग्रामीण भारत में होने वाली बिक्री का है। इस अवधारणा के साथ हमें अपनी पहुंच बढ़ाने और इन बाजारों में अपने उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने का पूरा विश्वास है।”