क्या रूस पर हमला करने वाला है अमेरिका, चर्चाओं का बाजार है गर्म

अमेरिका के बुनियादी ढांचों को निशाना बनाकर किए जाने वाले ऐसे किसी विशिष्ट रूसी साइबर हमले की कोई खुफिया जानकारी नहीं है, लेकिन इस दिशा में गतिविधियां बढ़ी हैं, जैसे कि वेबसाइटों को स्कैन करना और कमजोरियों को लक्षित करना, जो रूसी हैकरों द्वारा आम गतिविधि है।

वाशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। अभी तक कोई निर्णायक मोड़ नहीं पहुंचा। ऐसे में कई संभावनाएं टटोली जा रही है। खबरें ये भी आ रही है कि कहीं अमेरिका ही इस लड़ाई में सीधे तौर पर कूद जाए। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिकी कंपनियों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच रूस द्वारा महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों को निशाना बनाकर साइबर हमले किए जाने की बढ़ती आशंकाओं के मद्देनजर वे अपनी खुफिया जानकारी को अभेद्य डिजिटल पद्धतियों से सुरक्षित करें।

बाइडन ने एक बयान जारी कर चेताया कि अमेरिका द्वारा लगाए गए कठोर आर्थिक प्रतिबंधों के प्रतिशोध में रूस अमेरिकी ढांचों को निशाना बनाकर साइबर हमले शुरू कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘यह रूस की रणनीति का हिस्सा है।’’ अमेरिका और उसके सहयोगियों ने रूसी अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के उद्देश्य से कई प्रतिबंध लगाए हैं और बाइडन ने हाल ही में घोषणा की थी कि अमेरिका यूक्रेन की मदद के लिए अधिक विमान, अत्याधुनिक हथियार और ड्रोन भेज रहा है। साइबर सुरक्षा कंपनी मैंडिएंट में खुफिया विश्लेषण के उपाध्यक्ष जॉन हल्टक्विस्ट ने कहा, ‘‘साइबर हमले उनके लिए एक बड़ी लक्ष्मण रेखा को पार किए बिना सटीक कीमत वसूलने एक साधन हैं।’’

बाइडन की शीर्ष साइबर सुरक्षा सहयोगी एनी न्यूबर्गर ने व्हाइट हाउस के संवाददाता सम्मेलन में इस बात को लेकर चिंता जताई कि रूसी हैकरकुछ महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा संस्थाओं को निशाना बना सकते हैं, क्योंकि उन्होंने सॉफ्टवेयर में ज्ञात समस्याओं को ठीक करने के संघीय एजेंसियों के अलर्ट की अनदेखी की है।