26 मार्च को सोनिया लेंगी कई कड़े फैसले

सोनिया गांधी ने 26 मार्च को पार्टी के सभी महासचिवों की एक मीटिंग बुलाई है।फिर से नेतृत्व बदलने की मांग कर रहा है तो कुछ नेताओं ने तो सीधे तौर पर कांग्रेस की कमान गांधी से परिवार से लेकर किसी और को देने की मांग कर डाली है।

नई दिल्ली। कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। कई नेता खुलेआम कांग्रेस नेतृत्व यानी गांधी परिवार की अवहेलना कर रहे हैं। विरोधियों के समूह जी 23 को लेकर भी लोगों में अलग तरह की सोच बन रही है। ऐसे में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 26 मार्च को पार्टी की एक आपात बैठक बुलाई है। पांच राज्यों में मिली चुनावी हार को अभी तक कांग्रेस पचा नहीं पाई है। उस पर मंथन हो चुका है। रिपोर्ट भी आ गई है। अब निर्णय लेने का वक्त है।

सोनिया गांधी ने 26 मार्च को पार्टी के सभी महासचिवों की एक मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग की अध्यक्षता कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल करेंगे। यह मीटिंग 26 मार्च को पार्टी मुख्यालय पर होगी। हालांकि अभी इस बात को लेकर सस्पेंस है कि सोनिया गांधी इस मीटिंग में रहेंगी या नहीं।

कांग्रेस से जुड़े लोगों का कहना है कि सोनिया गांधी अब अपने पुराने अंदाज में दिख सकती है। जब उन्होंने कांग्रेस की कमान संभाली थी, तो उस समय कई दिग्गज कांग्रेसी को बाहर का रास्ता दिखाया था। माना जा रहा था कि सोनिया के इस निर्णय से पार्टी को बड़ा नुकसान होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ था। कुछ ही दिन बाद केंद्र में यूपीए सरकार बनी थी और मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाया गया था। पार्टी के कई नेताओं का यह आग्रह भी है कि सोनिया उसी रूप में दिखे। जी23 नेताओं में कपिल सिब्बल ने सीधे तौर पर गांधी परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कपिल सिब्बल कांग्रेस के अन्य नेताओं के निशाने पर आ गए हैं।