चित्रकूट। इंडियन चेंजमेकर, एक्स्प्लोरर, बिलीवर और भारत की उन्नति-प्रगति में विश्वास रखने वाले रितेश रावल ने अपने मिशन, “वट इज इंडिया बाय रितेश रावल” के साथ विशनरी यात्रा शुरू की है। यह यात्रा भारत के लिए “अ ग्रेट इंडियन ड्रीम” बनाने का एक प्रयास है। भारत के हार्ट एंड सोल में अपनी एक गहरी पहचान छोड़ने की दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ, रावल देश की सड़कों को पार करते हुए भारत की जनसांख्यिकी, बुनियादी ढांचे, अर्थव्यवस्था, राजनीति और संस्कृति की जटिल टेपस्ट्री को उजागर करने के लिए एक अद्वितीय अभियान शुरू किया है।
बनारस, देहरादून, मसूरी, अयोध्या और प्रयागराज जैसी प्रतिष्ठित जगहों में अपनी चाप छोड़ने के बाद, रितेश रावल की अडवेंचरस खोज अब उन्हें आशाओं और उम्मीदों के शहर चित्रकूट तक ले आई। चित्रकूट और उसके कर्मठ और मेहनती निवासियों की अदम्य भावना ने रितेश रावल पर एक सकारात्मक छाप छोड़ी है, जिससे “अ ग्रेट इंडियन ड्रीम” के लिए उनके उत्साह को काफी प्रोत्साहन मिला है।
चित्रकूट में अपने प्रवास के दौरान, रितेश रावल ने कई जिंदादिल हस्तियों के साथ क्रिएटिव और इंसाइटफ़ुल बातचीत की, जिनमें से प्रत्येक ने शहर की भावना को एक विसुअल रूप दिया। उनकी कहानियों, पाठों और चुनौतियों ने रितेश रावल की भारत की वर्सटाइल टेपेस्ट्री की बढ़ती समझ में गहरा योगदान दिया है। रावल का मिशन “वट इज इंडिया बाय रितेश रावल” एक समय में एक बातचीत के माध्यम से नेशन की कम्प्लेक्सिटी को उजागर करने की उनकी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है।
इंडिया की सोल को समझने की अपनी निरंतर खोज को जारी रखते हुए, मिशन “ए ग्रेट इंडियन ड्रीम” ने अपने अगले गंतव्य – पंचवटी के लिए अपना रास्ता तय किया। यहां, रितेश रावल ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के विविध व्यक्तियों के साथ बातचीत की, अपने दृष्टिकोण को व्यापक बनाया और अपनी यात्रा में एकत्रित अंतर्दृष्टि के मोज़ेक को समृद्ध किया।
रितेश रावल के मिशन में एक अत्यंत महत्वपूर्ण क्षण तब आया जब उन्हें चित्रकूट में 2023 के स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। जहाँ पर जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक सहित अन्य लोकल डिग्निट्रीज़ भी उपस्थित थे, रावल के मिशन “वट इज इंडिया बाय रितेश रावल” ने चित्रकूट के लोगों और समाज पर एक गहरी छाप छोड़ी है। उनके मिशन का प्रभाव गहराई से प्रतिध्वनित हुआ, जिससे समुदाय के बीच गर्व और एकता की एक नई भावना पैदा हुई।
जैसे-जैसे रितेश रावल का मिशन आगे बढ़ता जा रहा है, “वट इज इंडिया बाय रितेश रावल” प्रेरणा की एक किरण के रूप में उभरता जा रहा है, जो भारत की जटिलताओं और आकांक्षाओं की व्यापक समझ की दिशा में मार्ग प्रशस्त करता है। रितेश रावल की यात्रा “अ ग्रेट इंडियन ड्रीम” को साकार करने की कगार पर खड़े राष्ट्र की सामूहिक भावना का प्रतीक है।