‘सीखो पैसे की भाषा’ लॉन्च करने की घोषणा

कोटक म्यूचुअल फंड का लक्ष्य देश में 107 स्थानों पर 75,000 शिक्षकों में निवेशक जागरूकता पैदा करना है

नई दिल्ली। कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड (केएमएएमसी)/कोटक म्यूचुअल फंड (केएमएफ) ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के साथ साझेदारी में हाल ही में एक निवेशक शिक्षा और जागरूकता संबंधी पहल ‘सीखो पैसे की भाषा’ शुरू करने की घोषणा की है। यह पहल भारत भर में शिक्षकों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से शिक्षा और जागरूकता संबंधी कार्यक्रमों की एक व्यापक श्रंखला आयोजित करके वित्तीय साक्षरता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए तैयार है। इस पहल का उद्देश्य लगभग 75,000 शिक्षकों को शिक्षित करना और उनमें जागरूकता पैदा करना है, ताकि उन्हें सशक्त बनाया जा सके तथा उनकी वित्तीय समझ के विकास को बढ़ावा दिया जा सके, जिससे अंततः संभावित प्रगतिशील भविष्य की दिशा में भारत की यात्रा में योगदान करने में भी मदद मिल सकती है।

इस पहल के तहत सितंबर और अक्टूबर 2023 के बीच निर्धारित लगभग 1,000 वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ‘सीखो पैसे की भाषा’ पहल वित्तीय रूप से सजग नागरिकों की एक पीढ़ी को तैयार करने के उद्देश्य से तैयार की गई है। कार्यक्रम 100 से अधिक स्थानों पर आयोजित किए जाने वाले हैं, जिससे पूरे देश में शिक्षकों के लिए व्यापक पहुंच और उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

कार्यक्रमों के अंत तक कोटक म्यूचुअल फंड का इरादा लगभग 75,000 से अधिक सीबीएसई शिक्षकों तक पहुंचने का है, जिनमें से 50% महिला शिक्षिकाएं होने की उम्मीद है। महिला शिक्षिकाओं को वित्तीय साक्षरता के साथ सशक्त बनाने का यह अभियान समान वृद्धि और विकास को बढ़ावा देने की आवश्यकता को रेखांकित करता है।

इस पहल के एक हिस्से के रूप में कोटक म्यूचुअल फंड ने सेंटर फॉर इन्वेस्टमेंट एजुकेशन एंड लर्निंग (सीआईईएल) से 500 से अधिक कुशल प्रशिक्षकों को अपने साथ जोड़ा है, जो यह सुनिश्चित करते हुए इन प्रभावशाली सत्रों का नेतृत्व करेंगे कि पूरे कार्यक्रम में गुणवत्ता और प्रासंगिकता बरकरार रहे।

कोटक म्यूचुअल फंड के मैनेजिंग डायरेक्टर नीलेश शाह ने उक्त पहल और साझेदारी के बारे में अपना उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “‘सीखो पैसे की भाषा’ पहल के माध्यम से हम वित्तीय सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम मानते हैं कि शिक्षक हमारे देश के भविष्य के वास्तुकार की तरह हैं, जो भविष्य की पीढ़ियों को आकार दे रहे हैं। सीबीएसई के साथ साझेदारी में हमारे निवेशक शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से शिक्षकों को निवेश संबंधी ज्ञान के बारे में शिक्षित करने तथा जागरूकता पैदा करने के पीछे हमारा लक्ष्य है कि इससे एक ऐसा भविष्य बनाने में मदद मिले, जहां शिक्षक न केवल हमारे राष्ट्र के दिमाग को, बल्कि आर्थिक रीढ़ को भी आकार दें।”

कोटक म्यूचुअल फंड के डिजिटल बिजनेस, मार्केटिंग और एनालिटिक्स हेड किंजल शाह ने सीबीएसई के साथ साझेदारी में उक्त पहल को लेकर अपना जोश व्यक्त करते हुए कहा, “हमारे निवेशक शिक्षा और जागरूकता अभियान के केंद्र में एक ईमानदार विश्वास है, जो यह है कि शिक्षकों को वित्तीय साक्षरता के माध्यम से सशक्त बनाकर भारत के भविष्य के लिए एक चिंगारी पैदा करने में मदद करेगी। हमें उम्मीद है कि यह पहल एक उज्ज्वल और अधिक सुरक्षित वित्तीय भविष्य की नींव रखेगी। सीबीएसई के साथ हमारी यह साझेदारी न केवल वित्तीय रूप से साक्षर पीढ़ी को गढ़ने, बल्कि एक वित्तीय रूप से आश्वस्त राष्ट्र का निर्माण करने की प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है, जहां आज के सूचित विकल्प कल के समृद्ध भविष्य में बदल सकते हैं।”

इस अवसर पर सीबीएसई के डायरेक्टर डॉ. बी साहा ने कहा, “सीबीएसई ने देश भर के संबद्ध स्कूलों के शिक्षकों को वित्तीय साक्षरता पर जागरूक करने के लिए ‘जीवितम’ के साथ पहल की है। कई वित्तीय संस्थानों ने इस पहल का समर्थन किया है। हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि कोटक म्यूचुअल फंड पूरे भारत में शिक्षकों को वित्तीय ज्ञान के साथ सशक्त बनाने के लिए बड़े पैमाने पर सहयोग कर रहा है, जिससे देश के लिए एक आशाजनक भविष्य निर्मित करने में भी योगदान मिल रहा है।”

‘सीखो पैसे की भाषा’ पहल आर्थिक रूप से सशक्त भारत की प्राप्ति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व करती है, जिसका उद्देश्य प्रगति और विकास के लिए देश की प्रतिबद्धता के साथ पूरी तरह से तालमेल बिठाना है।