केंद्र सरकार ने एनडीडीबी डेरी सर्विसेज के महाराष्ट्र स्थित राहुरी सीमेन स्टेशन को सर्वश्रेष्ठ घोषित किया, तीन स्टेशनों को दी ‘ए’ रैंकिंग

एनडीडीबी डेरी सर्विसेज के चेयरमैन ने उपलब्धि का श्रेय पेशेवरों की टीम, कड़े सुरक्षा नियमों को दिया।केंद्रीय निगरानी इकाई की मूल्यांकन रपट में महाराष्ट्र का राहुरी स्टेशन 97 अंक के साथ देश भर के 55 स्टेशनों की सूची में शीर्ष पर, 95 अंक के साथ उत्तर प्रदेश का सलोन स्टेशन दूसरे नंबर पर रहा।

नई दिल्ली। भारत सरकार ने गुणवत्ता, पशु आनुवांशिकी से लेकर स्वास्थ्य और सुरक्षा नियमों के मानकों पर एनडीडीबी डेरी सर्विसेज के महाराष्ट्र के राहुरी सीमेन स्टेशन को भारत का नंबर एक माना है, कंपनी ने आज यहां बताया। हाल ही में भारत सरकार के पशुपालन एवं डेरी विभाग को केंद्रीय निगरानी इकाई (सीएमयू) ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 55 स्टेशनों की तकनीकी ऑडिट रपट जमा की थी, जिसमें राहुरी सीमेन स्टेशन को 97 अंक दिए गए और उसके बाद उत्तर प्रदेश का सलोन (एनडीएस का स्टेशन) का पशु बीजक केंद्र रहा, जिसे 95 अंक प्राप्त हुए।

सीएमयू की रपट में कुल 9 स्टेशनों को 90 से ज्यादा अंक और ‘ए’ ग्रेड दिए गए। बाकी 7 में एनडीएस के दो स्टेशन (साबरमती आश्रम गौशाला, बिदाज, गुजरात और तमिल नाडु में अलमाड़ी सीमेन स्टेशन) के अतिरिक्त कर्नाटक सरकार एक एसएलबीटीसी हेस्सरघट्टा, धोनी में केरल सरकार का स्टेशन, पूर्णिया में बिहार सरकार का स्टेशन, उरालिकंचन (महाराष्ट्र) में बीआइएएफ का स्टेशन और बीएसएसआरसी, हिसार शामिल रहे।

एनडीडीबी के चेयरमैन डॉ मीनेश शाह, जोकि एनडीएस के भी चेयरमैन हैं, ने कहा, “हम सभी के लिए यह एक गर्व का विषय है और इससे हमें डेरी किसानों के लिए और भी कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। इसका श्रेय पशु चिकित्सक विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों की टीम को जाता है, जो दुधारू पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने और घरेलू प्रजातियों के आनुवांशिकी बढ़ाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।“
“एनडीडीबी डेरी सर्विसेज के सीमेन स्टेशन ना केवल भारत में बल्कि दुनियाभर में पेशेवरों द्वारा संचालित सर्वश्रेष्ठ सीमेन स्टेशन हैं। ये स्टेशन कड़ाई से गुणवत्ता मानकों के साथ-साथ बीमारी-मुक्त सीमेन के उत्पादन के लिए जैव-सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन करते हैं। सीएमयू की मूल्यांकन रपट और हमारे स्टेशनों को प्राप्त अंक हमारी प्रक्रिया और विशेषज्ञता की पुनर्पुष्टि करते हैं,” उन्होंने कहा।
एनडीएस स्टेशनों के पास 35 प्रजाति के लगभग 1,800 बैल हैं, जिनकी कुल मिलाकर 5.2 करोड़ सीमेन खुराकें मूल्यांकन अवधि (2022-23) में बेची गईं। साथ ही, ये ‘इन वीवो’ और ‘इनविट्रो’ भ्रूण उत्पादन और स्थानांतरण में भी सक्रिय रूप से शामिल हैं।