नई दिल्ली। सिरसा से कांग्रेस की ओर से सांसद रह चुके और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे अशोक तंवर कांग्रेस छोड़कर कभी आप तो कभी तृणमूल में थोड़ा थोड़ा समय बिताने के बाद आखिरकार भाजपा में आ गये हैं, जिससे सिरसा की भाजपा की सांसद सुनीता दुग्गल की परेशानी बढ़ती दिख रही है क्योंकि अशोक तंवर भी सिरसा से ही चुनाव लड़ने का दावा ठोकेंगे । यह भाजपा हाईकमान पर है कि अशोक तंवर को सिरसा से रण में उतारती है या फिर अम्बाला से ! वैसे तो एक और पूर्व सासद डॉ सुशील इन्दौरा भी कांग्रेस से टिकट के दावेदार हो सकते हैं । वे भी इनेलो से कांग्रेस मे आ गये हैं । इस तरह तीन तीन पूर्व सांसद सिरसा से दावेदार कहे जा सकते हैं । जहां तक इनेलो की बात है तो यहां से हिसार के एडवोकेट प्रमोद बागड़ी टिकट के प्रबल दावेदार बताये जा रहे हैं और आठवीं तक शिक्षा भी सिरसा में ही प्राप्त की है। इसके अतिरिक्त वे अभय चौटाला की गुड बुक्स में भी हैं और परिवर्तन यात्रा में भी लगातार सक्रिय दिखे थे । दूसरे उनके समाज की लगभग अढ़ाई लाख वोट हैं, सिरसा क्षेत्र में । इनकी दावेदारी पर इनेलो हाईकमान को गंभीरता से सोचना चाहिए । रही कांग्रेस की बात, तो कभी यहां से सुश्री सैलजा ने अपना राजनीतिक सफर यहीं से शुरू किया था और केन्द्र में मंत्री तक बनने का अवसर मिला । इस बार वे यह कह रही हैं कि विधानसभा चुनाव ही लड़ने का मन है और इस तरह कांग्रेस को किसी नये चेहरे पर दांव लगाना पड़ेगा और वह चेहरा कौन होगा, अभी कोई चर्चा सामने नहीं आई । हो सकता है कि डॉ सुशील इंदौरा पर ही दांव खेला जाये। वैसे कहने वाले कह रहे हैं कि यदि सुश्री सैलजा इस क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़े तो स्थितियां काफी अनुकूल हैं पर वे तो राज्य की राजनीति करने का मन बना चुकी हैं ।
इस तरह देखिए सिरसा के रण में किस किसको उतारा जायेगा ?