झारखंड में 4375 हुए स्वस्थ, 1345 नए कोरोना पॉजिटिव, 37 की मौत

सरकार के आदेश और लोगों की सहभागिता से झारखंड में कोरोना काबू में आता दिख रहा है। कोरोना के लिए जारी दिशा-निर्देशों की इसी प्रकार पालन होता रहे, तो राज्य कोरोना से पार पा लेगा।

राँची। झारखंड में बीते 24 घंटों में 1345 नए कोरोना पॉजिटिव (COVID19 Positive) मरीज मिले हैं जबकि 4375 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। वही 37 कोरोना संक्रमित मरीजों की जान चली गई है। जिसमें अकेले राजधानी रांची से 12 मरीजों की मौत हो गई है, इसके अलावा पूर्वी सिंहभूम से 9, बोकारो और हजारीबाग से 3 – 3, देवघर और धनबाद से 2 – 2, गढ़वा पलामू रामगढ़ साहिबगंज सिमडेगा और पश्चिमी सिंहभूम में 1 – 1 मरीजों की मौत हो गई।

राज्य भर में नए मिले संक्रमितों में सबसे अधिक पूर्वी सिंहभूम में 172, इसके अलावा बोकारो में 81, चतरा में 15, देवघर में 64, धनबाद में 94, दुमका में 12, गढ़वा में 40, गिरिडीह में 60, गोड्डा में 12, गुमला में 66, हजारीबाग में 73, जामताड़ा में 15, खूंटी में 47, कोडरमा में 33, लातेहार में 61, लोहरदगा में 28, पाकुड़ में 6, पलामू में 57, रामगढ़ में 28, रांची में 159, साहिबगंज में 22, सरायकेला में 33, सिमडेगा में 83 और पश्चिम सिंहभूम में 84 कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है।

झारखंड स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अब तक कोरोना टेस्ट के लिए 8112752 लोगों के सैंपल लिए गए हैं इनमें से 8100704 सैंपल की जांच हुई है, जिसमें 7770287 नेगेटिव मिले। वहीं अब तक 330417 संक्रमित मिल चुके हैं जबकि 306080 लोग अब तक स्वस्थ हो चुके हैं अब तक 4838 लोगों की मौत हो चुकी है इस समय कुल एक्टिव केस 19499 हैं।

कहा जा रहा है कि झारखंड (Jharkhand) में भी एक सप्ताह के लिए लाॅकडाउन (Lockdown) बढा दिया जाएगा। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन(Hemant Soren) ने आज अपने आवासीय कार्यालय से वेबिनार के जरिए राज्य के सभी मंत्रियों के साथ कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति, रोकथाम एवं नियंत्रण तथा आगे की रणनीति को लेकर विचार विमर्श किया। इस दौरान मंत्रियों ने मुख्यमंत्री को झारखंड में एक सप्ताह मिनी लॉकडाउन को बढ़ाये जाने का प्रस्ताव दिया, ताकि कोरोना की जंग जीती जा सके। इस दौरान कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की रणनीति पर मंथन किया गया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि संक्रमण की दूसरी लहर का आभास पहले से था परंतु देश में लॉकडाउन को लेकर असमंजस की स्थिति रही। अंततः राज्यों ने अपने स्तर पर निर्णय लेते हुए लॉकडाउन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने 24 अप्रैल 2021 से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह का निर्णय लिया जो काफी प्रभावी और सकारात्मक साबित हो रहा है। झारखंड की 75% जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। राज्य सरकार की चिंता जीवन और जीविका दोनों की रही है। यही कारण है कि स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को तीन बार बढ़ाया गया किंतु प्रत्येक बार आम लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए निर्णयों में फेरबदल किए गए।