नई दिल्ली। बिहार की राजधानी पटना (Patna) का जंक्शन का इलाका भीरभर वाला इलाका है यहां 24 घंटे लोगों की भारी भीड़ होती है। यह वह जगह है जहां से पटना के सभी हिस्सों में जाने के लिए ऑटो मिलते हैं। जो लोग पटना आते हैं वह पटना जंक्शन के ही इर्द-गिर की दुकानों में नाश्ता और भोजन करते हैं। अगर आप सुबह सवेरे 6:00 बजे पटना जंक्शन पर उतर जाइए तो आप सीधे नाश्ते वाले का पता पूछते पूछते बिना सिनेमा हॉल के पास पहुंच जाएगा यहां 3 घंटे के लिए सुबह में पूरी जलेबी और रेट की दुकान लगती है। विजय कुमार की यह दुकान पिछले 50 वर्षों से ज्यादा समय से लग रही है ।
पहले उनके दादा फिर पिताजी और आप तीसरी पीढ़ी दुकान (Shop) को चल रही है। ₹35 में चार पुरी दो जलेबी आलू की सब्जी रायता यहां दिया जाता है । बैठने की जगह नहीं है तो लोग सुबह सवेरे बंद दुकानों के सीधी और फुटपाथ पर बैठकर ही इस नाश्ते का आनंद उठाते हैं। पूरा का पूरा स्टॉक खत्म हो जाता है यानी सुबह के 6:00 बजे से9:00 बजे तक ही यह नाश्ते की दुकान चलती है। दुकानदार का व्यवहार काफी बढ़िया है और टेस्ट भी लोगों को पसंद है इसलिए जो एक बार खाता है। दूसरे को भी बताता है और कई सारे ग्राहक तो ऐसे हैं जो रोज सुबह-सुबह नाश्ता करने यही चले आते हैं। भीड़ इतनी ज्यादा हो जाती है कि आपको अपनी बारी का इंतजार करते-करते आधा घंटा खड़ा भी रहना पड़ सकता है।
इस दुकान की देखा देखी आसपास में कई सारे पूरी जलेबी की दुकान खुली है पर ग्राहक उसे दुकान पर नहीं जाकर इसी दुकान पर भीड़ लगाए रखते हैं। सामने के पाल होटल में हाल ही में आग लगने से नौ लोगों की मौत हो गई थी उसके बाद लोग अब फुटपाथ वाले दुकानों पर ही सुबह सवेरे नाश्ता करना पसंद करते हैं आसपास के दुकानों वाले होटल में एकाद भी ग्राहक नजर नहीं आते।