नई दिल्ली। ओल्ड राजिंदर नगर में बुल्डोजर द्वारा नालों पर अतिक्रमण हटाने का कार्य जारी है। 27 जुलाई को ओल्ड राजिंदर नगर स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर जाने से 3 छात्रों की मौत हो गई थी।ओल्ड राजिंदर नगर घटना पर एमसीडी कमिश्नर और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर AAP नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उपराज्यपाल सचिवालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा, “जब से ये घटना घटी है तब से मैं निगरानी कर रहा हूं जिन्होंने भी ये गलती कि है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी….ये घटना बहुत दुखद है जो नहीं होनी चाहिए थी…मैं आपसे वादा करता हूं कि आपको हर सुविधा देने की तैयारी करूंगा, बस आप मुझे थोड़ा समय दें। किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा। यहां पर रहने वाले लोगों को कैसे दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए जो सुरक्षित जगह हो, उसका भी इंतजाम मैं करूंगा। मैं आपके साथ हूं आप जब मुझे बुलाएंगे मैं आऊंगा…जिन्होंने अपनी जान गंवाई है उन्हें मुआवजा ज्यादा कैसे दिया जा सके, उस पर हम काम कर रहे हैं।”
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली में UPSC के 3 अभ्यर्थियों की मौत की घटना पर राज्यसभा में कहा, “…लापरवाही हुई है। जब जवाबदेही तय होगी, तभी समाधान निकलेगा…यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि ऐसी घटना दोबारा न हो….”
ओल्ड राजिंदर नगर की घटना पर MCD कमिश्नर अश्विनी कुमार ने कहा, “यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और इसमें हमने 2-3 मोर्चों पर काम किया है… हम उस क्षेत्र में सभी अतिक्रमणों को ध्वस्त कर देंगे और वहां जल निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे… सभी बेसमेंट जो अवैध हैं या कोचिंग सेंटर वहां चल रहे हैं, हम उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं… दिल्ली नगर निगम (MCD) ने एक जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया है और एक सहायक इंजीनियर को निलंबित कर दिया है और संबंधित कार्यकारी इंजीनियर से स्पष्टीकरण मांगा है…”
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, “जब उपराज्यपाल वहां(ओल्ड राजिंद्र नगर) गए तो उनके खिलाफ नारेबाजी हुई… छात्रों ने उन्हें वहां पर नकार दिया। मुझे लगता है कि ऐसे संवेदनशील मामले में उन्हें(वी.के. सक्सेना) राजनीति करने वहां पर नहीं जाना चाहिए था। दिल्ली में कितनी हत्याएं होती हैं, पुलिस का मामला होता है जो सीधा उपराज्यपाल के अधीन आता है लेकिन वहां वे कभी नहीं गए… यहां राजनीति करने गए इसलिए छात्रों ने उन्हें वहां नकार दिया…”
AAP सांसद संजय सिंह के बयान पर भाजपा नेता आर.पी. सिंह ने कहा, “…अरविंद केजरीवाल तो विधानसभा में गाना गाते थे कि वे दिल्ली के मालिक हैं। आज वो दिल्ली के मालिक कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं? आरोप लगाने और दूसरों पर उंगली उठाने के अलावा उनके पास कोई और काम नहीं है… मैं उन्हें(संजय सिंह) चुनौती देता हूं कि वो बताएं कि उन्होंने दिल्ली की कितनी सड़कों पर गाद निकालवाने का काम किया? और अगर काम हुआ है तो जलभराव क्यों हुआ?…”
समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर कोचिंग सेंटर की घटना के संबंध में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा है, “आपसे अनुरोध है कि सरकार को निर्देश दें कि मृतक छात्रों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए और इस घटना के लिए जिम्मेदारी तय की जाए और तुरंत सख्त कार्रवाई की जाए।”
भाजपा नेता योगिता सिंह ने कहा, “जिस मां-पिता ने दिल्ली में अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजा उनका क्या दोष था? उनका ये दोष था कि दिल्ली की सरकार अरविंद केजरीवाल चला रहे हैं? दिल्ली का नगर निगम चला रहे हैं?… अगर आपके अधिकारी नहीं सुनते तो आप इस्तीफा दे दीजिए… “