पटना। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यह कहते नहीं थकते कि हमारी सरकार ने पूरे राज्य में पूर्ण शराबबंदी कर रखी है। बावजूद इसके राज्य में समय-समय पर शराब पीकर मरने वालों की संख्या सामने आती रहती है। हाल ही में गोपालगंज में शराब पीने से कई लोगों की मौत हो चुकी है। गोपालगंज और बेतिया जिले में जहरीली शराब पीने से 25 लोगों की मौत हो गई है। जिले के महम्मदपुर थाने के महम्मदपुर गांव में सात लोग बीमार हैं। बुधवार को आठ लोगों की मौत हुई थी। गुरुवार की सुबह तक यह संख्या 25 हो गई।
इस संबंध में बिहार सरकार के मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि गोपालगंज के एसपी और डीएम से 11 मौतों का आंकड़ा प्राप्त हुआ है और बेतिया में 10 मौतों की पुष्टि हुई है। संभावना है कि ये मौतें जहरीली शराब से हुई हैं, पोस्टमार्टम और विसरा रिपोर्ट आने के बाद हम स्पष्ट रूप से कह पाएंगे।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का कहना है कि “जब गड़बड़ चीज पीजियेगा तो आप चले जाइयेगा”- नीतीश जी, शराबबंदी पर बड़बड़ करने वालों के राज में विगत 3 दिनों में ही जहरीली शराब से 50 से अधिक मौतें हो चुकी है। मुख्यमंत्री स्वयं, प्रशासन, माफिया और तस्कर पुलिस पर कारवाई की बजाय पीने वालों को कड़ा सबक सिखाने की धमकी देते रहते है। मुख्यमंत्री गड़बड़ पर जब बड़बड़ प्रवचन दे रहे है तो इनके बगल में जो भाजपाई मंत्री खड़े है ना, उनके स्कूल के अंदर से दो ट्रक शराब बरामद हुई थी। पुलिस FIR में इसका ज़िक्र भी है। मंत्री के नामज़द भाई को आज तक बिहार पुलिस गिरफ़्तार नहीं कर सकी है। यह इनकी कथित शराबबंदी की सच्चाई है।
इन चीख़ों का गड़बड़ DNA वाली NDA सरकार और तीन नंबरिया पार्टी के मुखिया पर कुछ फ़र्क नहीं पड़ता। जहरीली शराब से बिहार में दिवाली के दिन सरकार द्वारा 35 से अधिक लोग मारे गए।
हाँ! किसी की सनक से बिहार में कागजों पर शराबबंदी है अन्यथा खुली छूट है क्योंकि ब्लैक में मौज और लूट है। pic.twitter.com/9Wz0WNuq81
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 4, 2021
बता दें कि प्रशासन मौत को संदिग्ध बता रहा है जबकि मृतकों के परिजनों व ग्रामीणों ने जहरीली शराब से मौत होने की बात कही है। उधर बेतिया में आठ लोगों की शराब से जान चली गई। इससे दोनों जिलों में अब तक 25 की मौत हो चुकी है। एसपी आनंद कुमार ने बताया कि संदिग्ध मौत के मामले की तफ्तीश की जा रही है। शवों का पोस्टमार्टम और एसएफएल जांच कराई जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि आखिर मौत किस वजह से हुई है।