नई दिल्ली। भारत की प्रमुख साहित्यिक संस्था साहित्य अकादमी 16 से 20 अक्टूबर 2024 तक जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में आयोजित होने वाले प्रतिष्ठित फ्रैंकफर्ट अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक मेले के 75वें संस्करण में शामिल हो रही है। दुनिया का सबसे बड़ा पुस्तक व्यापार मेला फ्रैंकफर्टर बुकमेसे दुनिया भर से सर्वश्रेष्ठ प्रकाशकों और लेखकों को साथ लाता है। इस संस्करण में साहित्य अकादमी अपनी 100 पुस्तकों को प्रदर्शित करेगी और अनुमतियों का आदान-प्रदान करने के लिए दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ प्रकाशकों को शामिल करेगी। यह प्रयास साहित्य अकादमी की भारत के बाहर भारतीय साहित्य को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। पेशेवर प्रकाशन कार्यक्रमों के अलावा, साहित्य अकादमी मेले में तीन साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित करेगी।
16 अक्टूबर 2024 को “भारत की साहित्यिक विरासत” पर एक पैनल चर्चा होगी। इसमें प्रख्यात लेखक और विद्वान प्रो. बद्री नारायण, प्रो. धनंजय सिंह और श्री विश्वास पाटिल शामिल होंगे। 16 अक्टूबर 2024 की शाम को श्री विश्वास पाटिल के साथ “लेखक से मिलिए” कार्यक्रम होगा। दोनों कार्यक्रमों का संचालन साहित्य अकादमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवासराव करेंगे। प्रो. बद्री नारायण एक प्रख्यात कवि और जी.बी. पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान इलाहाबाद के निदेशक और प्रोफेसर हैं। प्रो. धनंजय सिंह आईसीएसएसआर के सदस्य सचिव हैं और श्री विश्वास पाटिल एक प्रख्यात मराठी लेखक और विद्वान हैं।
17 तारीख को प्रो. बद्री नारायण के साथ लेखक से मिलिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसका संचालन साहित्य अकादमी के सचिव करेंगे। साहित्य अकादमी जब भी पुस्तक मेले में भाग लेती है, तो भारतीय लेखकों के प्रतिनिधिमंडल को मेले के लिए भेजती है। इससे उन्हें दुनिया भर के विभिन्न साहित्यों से प्रत्यक्ष रूप से परिचित होने और विभिन्न देशों के श्रेष्ठतम लेखकों से बातचीत करने का अवसर मिलता है।