गोवा में लखपति दीदी बनाने की दिशा में फ्लिपकार्ट की अनूठी पहल

 

पणजी (गोवा)।  गोवा स्टेट रूरल लाइवलीहुड मिशन (जीएसआरएलएम) और भारत के घरेलू ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट ने मिलकर पणजी में स्वयं सहायता समूहों की महिला उद्यमियों के जीवन में बदलाव लाने का बीड़ा उठाया है। एक साझेदारी के माध्यम से ये प्रतिभाशाली महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों को फ्लिपकार्ट के ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर प्रदर्शित करने और बेचने का कार्य करेंगे। इसके लिए मंगलवार को एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस अवसर गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत बनाने के संकल्प का यही समय है और सही समय है। उन्होंने कहा कि लखपति दीदी बनाने का जो प्रधानमंत्री जी का संकल्प है वह इसी तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के जरिए होगा। उन्होंने फ्लिपकार्ट की सराहना करते हुए कहा कि गोवा के स्व—सहायता समूह की महिलाओं को जो प्रशिक्षण दिया जा रहे उससे वे और सशक्त बन सकेगी और आत्मनिर्भर बनकर भारत के विकास में महतवपूर्ण योगदान देंगी। डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि आज फ्लिपकार्ट की टीम जो प्रशिक्षण दे रही है उससे यहां की बहनें जो प्रोडक्ट बना रही हैं वे वैश्विक स्तर पर बेचा जा सकता है।

इस अवसर पर फ्लिपकार्ट समूह के मुख्य कॉर्पोरेट मामलों के अधिकारी, श्री रजनीश कुमार ने कहा फ्लिपकार्ट प्लेटफार्म के जरिए हम लोगों को वैश्विक बाजार देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारत में प्रत्येक उद्यमी का सामान बाजार तक पहुंचे इसके लिए हमारी टीम लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, कारीगरों, शिल्पकारों को सशक्त बनाने के लिए जो पहल कर रहा है उस पहल को हम डिजिटल प्लेटफार्म के जरिए आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा दृढ़ विश्वास है कि इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करके, हम उनकी पूरी क्षमता को साकार करने की दिशा में उनकी यात्रा को सुविधाजनक बना सकते हैं। इससे वे पूरे भारत में अपने विविध उत्पादों को ग्राहकों के सामने पेश कर सकेंगी।

कार्यक्रम में जीएसआरएलएम के परियोजना निदेशक, गोपाल ए. पारसेकर ने गोवा में महिला स्व—सहायता समूह के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम में स्व—सहायता समूह की महिलाओं को फ्लिपकार्ट की टीम के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर महिला उद्यमियों ने अपने अनुभव भी साझा किया।