एयरटेल ने भारतीय सेना के साथ मिलकर एलओसी (LOC) के पास उत्तर कश्मीर के गांवों को जोड़ा

नई दिल्ली। भारत की अग्रणी टेलीकॉम सेवा प्रदाता कंपनियों में से एक भारती एयरटेल (एयरटेल) ने भारतीय सेना के साथ साझेदारी करते हुए उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपोरा जिलों में नियंत्रण रेखा (LOC) के पास स्थित गांवों में कनेक्टिविटी पहुंचाई है।

कंपनी ने इन इलाकों में 15 मोबाइल टावर लगाये हैं, जिनसे स्थानीय निवासियों को लाभ मिलेगा और एलओसी (LOC) पर तैनात सैनिकों को अपने परिवारों के साथ संपर्क बनाये रखने और ऑपरेशनल समन्वय बेहतर करने में मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री “वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम” के तहत कच्छल, बलबीर, रज़दान पास, ताया टॉप, उस्ताद, काठी और चीमा जैसे गांव अब पूरे देश से जुड़ गए हैं। ये गांव केरन, मच्छल, तंगधार, गुरेज़ और उड़ी घाटी जैसे क्षेत्रों में स्थित हैं। इन क्षेत्रों में एयरटेल एकमात्र निजी टेलीकॉम ऑपरेटर है जो अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है।

भारतीय सेना के साथ सहयोग कर एयरटेल ने दूरदराज के इलाकों में नेटवर्क सेवाओं को मजबूत बनाया है। हाल ही में कंपनी ने आवागमन के लिए कठिन गलवान घाटी और दौलत बेग ओल्डी (BDO) में भी कनेक्टिविटी स्थापित की है, जो भारत की सबसे उत्तरी सैन्य चौकी के रूप में जाना जाता है। यह उपलब्धि देश के सबसे दुर्गम क्षेत्रों में भी विश्वसनीय नेटवर्क सेवा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

इस साझेदारी से न केवल स्थानीय निवासियों की जीवनशैली में सुधार होगा, बल्कि सेना की कार्यक्षमता और संचार सुविधा में भी बड़ा बदलाव आएगा।