नई दिल्ली। देश की दूसरी सबसे बड़ी पेंट्स और कोटिंग्स कंपनी, बर्जर पेंट्स इंडिया लिमिटेड ने भारत में अपने 100 साल पूरे होने का जश्न मनाया। इस खास अवसर पर कंपनी ने अपने मुख्यालय कोलकाता के तेजी से विकसित हो रहे व्यावसायिक केंद्र न्यू टाउन में स्थानांतरित कर दिया। इस नए मुख्यालय का उद्घाटन पश्चिम बंगाल सरकार की मंत्री डॉ. शशि पांजा ने किया। इस मौके पर कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारी भी मौजूद थे। नया कार्यालय आठ मंजिला इमारत में स्थित है, जो लगभग 1,90,000 वर्गफुट में फैली हुई है और इसका अनोखा डिजाइन पेंट के डिब्बे जैसा है।
बर्जर पेंट्स इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ, श्री अभिजीत रॉय ने कहा, ‘’बंगाल से शुरू हुई इस कंपनी ने 100 वर्षों का सफर तय किया है और इस दौरान बंगाल के विकास में अपना योगदान दिया है।‘’ उन्होंने बताया कि ‘’1923 में हावड़ा में एक छोटी सी जगह से शुरू हुई कंपनी आज देश की दूसरी सबसे बड़ी पेंट्स कंपनी बन चुकी है। कई अन्य कंपनियां समय के साथ दूसरी जगहों पर चली गईं, लेकिन बर्जर पेंट्स ने बंगाल से अपने जुड़ाव को बनाए रखा।‘’
कंपनी की बंगाल में तीन उत्पादन इकाइयां कार्यरत हैं, जिनमें से दो—आईसीआई इंडिया की रिशरा यूनिट और एसटीपी की सिंगुर यूनिट—का अधिग्रहण सोच-समझकर किया गया था। इन इकाइयों को आधुनिक तकनीक और अधिक उत्पादन क्षमता के साथ नए सिरे से विकसित किया गया है। श्री रॉय ने यह भी बताया कि जब कंपनी किसी अन्य व्यवसाय का अधिग्रहण करती है, तो वहां के कर्मचारियों को भी अपने साथ जोड़ती है, जिससे संचालन में कोई रुकावट न आए और सभी मिलकर कंपनी की प्रगति में योगदान दें।
बर्जर पेंट्स ने बंगाल से अपनी यात्रा शुरू की और आज यह दुनिया के बाजारों तक अपनी पहचान बना चुका है। कंपनी ने खुद को वैश्विक स्तर पर सातवीं सबसे बड़ी आर्किटेक्चरल कोटिंग्स कंपनी के रूप में स्थापित किया है। पिछले सौ वर्षों में इसने कई प्रतिष्ठित परियोजनाओं में योगदान दिया है। भारत की संसद, वंदे भारत ट्रेन, कोलकाता मेट्रो, वानखेड़े स्टेडियम और कई अन्य ऐतिहासिक इमारतों को सजाने का श्रेय बर्जर पेंट्स को जाता है। भारत की दूसरी सबसे बड़ी डेकोरेटिव पेंट्स कंपनी के रूप में यह खुदरा बाजार में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। दक्षिण और पश्चिम भारत में इसकी खास रुचि है, क्योंकि इन क्षेत्रों में विकास की अपार संभावनाएं हैं।
बर्जर पेंट्स का नया मुख्यालय उनकी सोच, रचनात्मकता और मूल्यों का प्रतीक है। यह इमारत अपनी अनोखी बनावट और रंगों के विशेष उपयोग के कारण बहुत ही आकर्षक और प्रेरणादायक है। इसे इंद्रधनुष के सात रंगों से प्रेरित होकर ‘विबग्योर’ थीम पर डिजाइन किया गया है, जहां हर मंजिल एक खास रंग को दर्शाती है। यह कंपनी की रंगों के प्रति गहरी समझ और प्रेम को दर्शाता है। मुख्यालय में एक संग्रहालय भी बनाया गया है, जिसमें बेहतरीन कलाकृतियां रखी गई हैं, जो यह दिखाती हैं कि बर्जर पेंट्स कला और संस्कृति को कितना महत्व देता है।
यह ऑफिस न केवल सुंदर और आधुनिक है, बल्कि इसे कर्मचारियों की रचनात्मकता और काम की गुणवत्ता को बढ़ाने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है। यहां एक विशेष आर्ट गैलरी भी बनाई गई है, जहां बर्जर पेंट्स के ‘माई कलर ऐप’ की सुविधा दी गई है, जिससे लोग अपनी पसंद के रंग आसानी से चुन सकते हैं। इस इमारत को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग किया गया है, और इसे ‘एलईईडी’ द्वारा प्लैटिनम ग्रीन बिल्डिंग प्रमाणपत्र भी मिला है।
बर्जर पेंट्स ने देशभर के फाइन आर्ट्स के विद्यार्थियों के लिए एक विशेष प्रतियोगिता भी आयोजित की थी, जिसमें चुनी गई कलाकृतियों को इस इमारत की सजावट में शामिल किया गया है। इससे यह साबित होता है कि कंपनी न केवल कला को बढ़ावा देती है, बल्कि युवा कलाकारों को भी प्रोत्साहित करती है। कुल मिलाकर, बर्जर पेंट्स का नया मुख्यालय न केवल रचनात्मकता और नवाचार का उदाहरण है, बल्कि पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता और कला के प्रति सम्मान को भी दर्शाता है।
बर्जर पेंट्स ने अपनी शानदार यात्रा में 100 करोड़ रुपये की एक छोटी संस्था से बढ़कर 12,000 करोड़ रुपये का एक मजबूत बहुराष्ट्रीय उद्यम बनने तक का सफर तय किया है। कंपनी ने अपना मुख्यालय बंगाल में बनाए रखते हुए निरंतर प्रगति की है। फिलहाल, बाजार में इसकी हिस्सेदारी 22% है। बर्जर पेंट्स की निरंतर वृद्धि इसके परिचालन से प्राप्त राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि से प्रदर्शित होती है, जो वित्त वर्ष 2019-20 में 6366 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 11,199 करोड़ रुपये हो गई।बर्जर पेंट्स दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी आर्किटेक्चरल कोटिंग्स कंपनी है और भारत, नेपाल, पोलैंड और रूस में 29 विनिर्माण इकाइयों का संचालन करती है। अपने शताब्दी वर्ष में, कंपनी ने 10,000 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया है और 2030 तक इसे 20,000 करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है।
बंगाल में बर्जर पेंट्स की तीन प्रमुख विनिर्माण इकाइयां हैं, जो राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कोलकाता में स्थित इस बहुराष्ट्रीय कंपनी में 4,000 से अधिक प्रतिभाशाली पेशेवर काम करते हैं और कंपनी का 5 लाख से अधिक पेंटर्स के साथ रणनीतिक सहयोग है। जल्द ही, कंपनी पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में एक अत्याधुनिक विनिर्माण इकाई का उद्घाटन करने वाली है। इसके बाद, हावड़ा स्थित अपने ऐतिहासिक संयंत्र को एक विश्वस्तरीय नवाचार और अनुसंधान केंद्र में बदला जाएगा। यह संयंत्र सबसे पुराना है और इसे आधुनिक अनुसंधान और विकास केंद्र के रूप में पुनः उपयोग किया जाएगा। बर्जर पेंट्स की एक खासियत यह भी है कि इसके प्रमोटर्स दिल्ली में रहते हैं, लेकिन कंपनी की शुरुआत से ही इसका संचालन और प्रबंधन पूरी तरह कोलकाता के मुख्यालय से किया जाता रहा है।
बर्जर पेंट्स हमेशा अपने ग्राहकों के लिए नए और उन्नत उत्पाद लाने का प्रयास करता है। कंपनी बिना किसी ठोस उद्देश्य के नए उत्पाद नहीं बनाती, बल्कि ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए नवाचार करती है। इसने कई अनोखे उत्पाद बाजार में उतारे हैं, जिनमें भारत का पहला टिंटिंग सिस्टम ‘कलर बैंक’, डस्ट-रिपेलेंट टेक्नोलॉजी वाला ‘वेदरकोट एंटी डस्ट’, और भारत की पहली एंड-टू-एंड पेंटिंग सेवा ‘एक्सप्रेस पेंटिंग’ शामिल हैं। इसके अलावा, ‘ईज़ी क्लीन’ सबसे प्रभावी वॉशेबल पेंट्स में से एक है। कंपनी ‘होम शील्ड’ और ‘डैम्पस्टॉप’ जैसे वॉटरप्रूफिंग समाधानों की भी विस्तृत श्रृंखला पेश करती है। बर्जर पेंट्स ने ये उत्पाद ऐसे समय में लॉन्च किए जब बाजार में इस तरह की आधुनिक तकनीक उपलब्ध नहीं थी। इससे साबित होता है कि कंपनी हमेशा अपने ग्राहकों की जरूरतों को समझकर उन्हें बेहतरीन उत्पाद देने का प्रयास करती है।