इंदिरा गांधी कॉलेज बना हैंडबॉल और कबड्डी में महिला वर्ग का इंटर कॉलेज चैंपियन

 

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के इंदिरा गांधी शारीरिक शिक्षा एवं खेल विज्ञान संस्थान की महिला हैंडबॉल और कबड्डी टीमों ने इंटर कॉलेज चैंपियनशिप 2024-25 में चैंपियन बनने का गौरव पाया।

जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज में आयोजित हैंडबॉल के रोमांचक फाइनल मैच में इंदिरा गांधी शारीरिक शिक्षा एवं खेल विज्ञान संस्थान ने जीसस एंड मेरी कॉलेज को 15-8 के स्कोर से हराकर खिताब जीता।

कप्तान आकांशा के नेतृत्व में टीम ने पूरे टूर्नामेंट में असाधारण कौशल, समन्वय और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए प्रतिष्ठित खिताब हासिल किया। चैंपियनशिप में कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली, लेकिन इंदिरा गांधी कॉलेज ने फाइनल में दबदबा बनाते हुए कोर्ट पर अपनी श्रेष्ठता साबित की।

नॉर्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी कैंप के लिए 9 खिलाड़ियों का चयन

शानदार प्रदर्शन के बाद, विजेता इंदिरा गाँधी कॉलेज टीम के 9 प्रमुख खिलाड़ियों को नॉर्थ जोन इंटर यूनिवर्सिटी कैंप के लिए चुना गया है, जो आगे के प्रशिक्षण और विकास के लिए एक प्रतिष्ठित अवसर है। चयनित खिलाड़ियों में आकांशा, तनीषा, रुखसार बानो, काजल, अंजलि, खुशबू, भाविका, तनीषा बनर्जी, रिया त्यागी शामिल हैं।

महिला इंटर कॉलेज कबड्डी जीता

इंदिरा गांधी शारीरिक शिक्षा एवं खेल विज्ञान संस्थान महिला इंटर कॉलेज कबड्डी टूर्नामेंट फाइनल मैच में लक्ष्मी बाई कॉलेज को 89-14 के स्कोर से हराया। इस टूर्नामेंट की मेजबानी श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज ने की।

इंदिरा गाँधी कॉलेज के चार मैच हुए। उसने सत्यवती कॉलेज को 34-4, एसपीएम कॉलेज को 46-23 से, दयाल सिंह कॉलेज को 62-7 और लक्ष्मी बाई कॉलेज को 62-7 से हराया।

इंदिरा गाँधी कॉलेज की कब्बडी टीम के चार खिलाड़ी श्रुति रौतेला (बीपीईडी), अंजलि (बीएससी VI सेमेस्टर), दीपिका (बीएससी प्रथम सेमेस्टर), रुखसाना (बीएससी प्रथम सेमेस्टर), ने नॉर्थ जोन यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में भी भाग लिया| इंदिरा गाँधी कॉलेज टीम की उल्लेखनीय उपलब्धि न केवल खिलाड़ियों के असाधारण प्रयासों से बल्कि प्रोफेसर संदीप तिवारी (प्रिंसिपल), वरिष्ठ प्रोफेसर बिनय कुमार (अध्यक्ष, शासी निकाय), वरिष्ठ प्रोफेसर सुभो मजूमदार (कोषाध्यक्ष, शासी निकाय) के निरंतर प्रोत्साहन और समर्थन से भी संभव हुई। उनके मार्गदर्शन और प्रेरणा ने खिलाड़ियों को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने और संस्थान का नाम रोशन करने के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।