क्या है सच्चाई , सचिन पायलट को क्यों कहा जा रहा है बाहरी ?

राजस्थान में कौन है बाहरी ? इस पर बयानबाजी हो रही है। एक विधायक ने सचिन पायलट को बाहरी किया, तो भाजपा कांग्रेस वालों से पूछ रही है कि वो सोनिया गांधी को क्या कहेंगे ? आखिर राजस्थान से राज्यसभा सांसद के सी वेणुगोपाल भी तो केरल से हैं।

जयपुर। राजस्थान कांग्रेस की सियासत एक बार दोबारा राज्य के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के इर्द-गिर्द घूम रही है। इस बार उनको बाहरी और भीतरी बताया जा रहा है। कांग्रेस के लिए दिक्कत है कि वो एक साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ सचिन पायलट को कैसे साधे ?

असल में जब से उत्तर प्रदेश के कांग्रेसी नेता जतिन प्रसाद ने पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामा, तभी से ही राजस्थान में राजेश पायलट को लेकर कई तरह की बातें हो रही हैं। सोशल मीडिया में तो कुछ लोगों ने उनके कांग्रेस छोड़कर जाने की बात तक कर दी। उसके बाद स्वयं सचिन पायलट को सामने आकर इस संभावना को इंकार करना पड़ा।

अब एक बार फिर से सचिन पायलट को लेकर राजनीतिक गरमा गई है। निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने तो उन्हें बाहरी तक कहा था। उसके बाद विधायक इंद्रराज मीणा ने कहा कि सचिन पायलट बाहरी नहीं बल्कि एक ‘‘भारी नेता’’ हैं।

अब इन बयानों को लेकर भाजपा ने अपनी राजनीति चमकाई है। रामकेश मीणा के बयान पर प्रदेश भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। भाजपा ने अशोक गहलोत से पूछा है कि यदि सचिन पालयट बाहरी है, तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह क्या हैं ,जिनका जन्म भारत में नहीं हुआ है।

इस घटना के बाद इतना तो यह है कि राजस्थान कांग्रेस में सबकुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा है। कांग्रेस नेतृत्व अभी पंजाब में पार्टी की आपसी गुटबाजी को शांत करने में लगी है, कहीं ऐसा तो नहीं कि आने वाले समय में ऐसे ही हालात राजस्थान में भी हों ? वैसे, जिस प्रकार ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद जतिन प्रसाद ने भाजपा का दामन थामा है, वैसे में सचिन पायलट को लेकर यकीनी तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि, राजनीति में कुछ भी स्थायी भाव नहीं होता है।