Tokyo Olympic 2020 : भारतीय पुरुष हॉकी टीम ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में

बेहतरीन खेल में भारतीयों ने ग्रेट ब्रिटेन को हराया है। भारत की हॉकी टीम 49 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची है। देश को उम्मीद जगी है कि 1980 के बाद हॉकी टीम ओलंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल ला सकती है।

नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में रविवार का दिन बेहद खास रहा। भारतीय शटलर पीवी सिंधु ने जहां देश के लिए पदक जीता, वहीं भारतीय पुरुष हॉकी टीम क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में पहुंची। भारत की तरफ से दिलप्रीत सिंह ने 7वें, गुरजंत सिंह ने 16वें और हार्दिक सिंह ने 57वें मिनट में गोल किया। ग्रेट ब्रिटेन के लिए एकमात्र गोल सैम वार्ड ने 45वें मिनट में किया। अब देशवासियों को भारतीय पुरूष हॉकी टीम से भी पदक की आस हो गई है।
भारत का सेमीफाइनल में मुकाबला सामना बेल्जियम से होगा। भारत की हॉकी टीम 49 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची है। बता दें कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 8 बार ओलंपिक जीता है। भारत ने साल 1980 में ओलंपिक में आखिरी बार हॉकी में गोल्ड मेडल जीता था। भारत की हॉकी टीम 49 साल बाद सेमीफाइनल में पहुंची है। भारत ओलंपिक में 1972 में इससे पहले सेमीफाइनल में पहुंची थी।

भारतीय हॉकी टीम की इस खुशी पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई मुख्यमंत्रियों ने हॉकी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दी है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सेमीफाइनल में पहुंचने पर पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी अशोक कुमार ने कहा कि हमारी टीम ग्रेट ब्रिटेन को हराकर आज सेमीफाइनल में पहुंची है। हमारी टीम एक-एक मैच को जीतने के लिए खेल रही है​। मैंने सभी खिलाड़ियों की प्रतिबद्धता देखी है।