Tokyo Olympics 2020 : पदक न सही, मगर महिला हॉकी खिलाड़ियों को मिल रहा है पूरा सम्मान

पूरा देश में महिला हॉकी टीम के खिलाड़ियों के साथ है। हर कोई उनकी प्रशंसा कर रहा है। महिला टीम भले ही ओलंपिक इतिहास में पहला मेडल जीतने से चूक गई हों, लेकिन उनके प्रदर्शन ने दिखा गिया है कि भविष्य में वह मेडल ला सकती हैं।

नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ियों को भले ही पदक नहीं मिल पाई हो लेकिन देश उन्हें पूरा सम्मान दे रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी हौसला अफजाई की है। वहीं, कई राज्य सरकारों ने अपने राज्य की खिलाड़ियों के लिए सम्मान राशि की घोषणा की है।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारतीय महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी वंदना कटारिया (फाइल तस्वीर) को 25 लाख रुपये देने की घोषणा की।
वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की ओर से कहा गया है कि हम सभी खिलाड़ियों का वापस आने पर सम्मान करेंगे। हम हरियाणा को खेलों का हब बनाएंगे।जो खिलाड़ी मेडल नहीं भी लेकर आएंगे उन्हें भी 10-10 लाख रुपये वापस लौटते ही मिलेंगे। गोल्ड मेडल पर हम 6 करोड़ रुपये, सिल्वर मेडल पर 4 करोड़ रुपये और ब्रॉन्ज पर 2.5 करोड़ रुपये देते हैं। जो चौथे स्थान पर रहेंगे उनके लिए भी हमने 50 लाख रुपये की राशि घोषित किया है।

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने ने राज्य के सभी हॉकी खिलाड़ियों को रुपये देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि भारतीय महिला हॉकी टीम को भले ही कांस्य पदक नहीं मिला, लेकिन झारखण्ड की बेटियों का प्रदर्शन अद्भुत रहा। टीम में शामिल झारखण्ड के खिलाड़ियों को सरकार ₹50-50 लाख और सभी के पैतृक घर को पक्के मकान में तब्दील करायेगी।

बता दें कि रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय महिला हॉकी टीम के ग्रेट ब्रिटेन की टीम के साथ कांस्य पदक के लिए मैच खेलने के बाद उनसे बात की। पीएम मोदी ने कहा, ”आप सभी लोगों को यहां तक पहुंचने के लिए बहुत बधाई। आपकी पिछले 5 साल की मेहनत रंग लाई। आप सभी बहुत अच्छा खेले हैं। आपने इतना पसीना बहाया कि यहां तक पहुंचने के लिए डटे रहे। आपका पसीना व्यर्थ नहीं जाएगा। आपका पसीना करोड़ों लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गया है। मैं टीम के सभी साथियों को और कोच को बधाई देता हूं।”