नई दिल्ली। दो दिन पहले कांग्रेस में यही लगा था कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पार्टी हाईकमान ने अभयदान दे दिया है। लेकिन, कल से राजनीतिक घटनाक्रम बदलीं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव लगातार दवाब बना रहे हैं कि उन्हें सीएम बनाया जाए। भूपेश बघेल को हटाया जाए। आखिरकार पार्टी नेतृत्व ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दिल्ली तलब किया।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि दोपहर बाद 4 बजे भूपेश बघेल राहुल गांधी से मिलेंगे। उसके बाद ही सीएम को लेकर निर्णय होगा। इससे पहले रायपुर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मेरे पास कल के.सी.वेणुगोपाल का मैसेज आया था कि मुझे आज राहुल गांधी से मिलना है। उनके निर्देश पर मैं दिल्ली जा रहा हूं। आज संभवत: राहुल गांधी से मुलाकात होगी। सरकार सुरक्षित है, 70 विधायक हैं।
Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel arrives in Delhi, says, "There may be a meeting with Rahul Gandhi ji today. The Congress government in Chhattisgarh is safe with 3/4th majority, we have 70 MLAs ." pic.twitter.com/CthSzYQr0q
— ANI (@ANI) August 27, 2021
वहीं, दिल्ली में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पीएल पूनिया के आवास पर दर्जनों विधायक पहुंचे। सभी विधायकों से राज्य की राजनीति पर उनके विचार पूछे गए। अभी कोई भी विधायक स्पष्ट रूप से कुछ भी कहने से परहेज कर रहा है।
वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने इस घटनाक्रम को लेकर सियासी चुटकी ली है। भाजपा नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि जिस तरह से भूपेश बघेल के आने पर रायपुर हवाई अड्डे पर नारे लगे कि छत्तीसगढ़ अड़ा है, भूपेश के साथ खड़ा है, तो सोचने वाली बात है कि क्या छत्तीसगढ़ के लोग पहले नहीं खड़े थे? यह चुनौती किसे दी जा रही है भाजपा को या कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को।