साढ़े तीन घंटे की बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा, जिले स्तर पर मजबूत हो स्वास्थ्य व्यवस्था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश में कोविड-19 की स्थिति पर समीक्षा बैठक की।भारत में कोरोना के दैनिक मामलों में भारी वृद्धि दर्ज की जा रही है, कई शहरों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के भी सैंकड़ों मामले सामने आ चुके हैं।

नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में करीब साढ़े तीन घंटे तक मैराथन बैठक हुई। इसमें प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय गृहमंत्रालय और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से तमाम वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और गृहमंत्री अमित शाह भी इसमें शामिल रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में COVID-19 महामारी की स्थिति, स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक को लेकर चल रही तैयारियों, देश में टीकाकरण अभियान की स्थिति और नए कोविड-19 वैरिएंट ओमिक्रॉन का आकलन करने पर विशेष जोर दिया। बैठक में स्वास्थ्य सचिव द्वारा वर्तमान में विश्व स्तर पर रिपोर्ट किए जा रहे मामलों में वृद्धि के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट भी पेश की। समीक्षा बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि निरंतर ‘जन आंदोलन’ महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में महत्वपूर्ण कोविड-उपयुक्त व्यवहार पर केंद्रित है।

बता दें कि इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि राज्य-विशिष्ट परिदृश्यों, सर्वोत्तम प्रथाओं और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए सीएम के साथ बैठक बुलाई जाए। उन्होंने वर्तमान में कोविड मामलों का प्रबंधन करते हुए गैर-कोविड स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने 24 दिसंबर को इसी तरह की बैठक की थी।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि समीक्षा बैठक के दौरान, पीएम मोदी ने जिला स्तर पर पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में राज्यों से समन्वय बनाए रखने को कहा। पीएम ने मिशन मोड में किशोरों के लिए वैक्सीन अभियान को और तेज करने का आग्रह किया। पीएम ने निर्देश दिया कि जिन जोन में ज्यादा मामले पाए जा रहे हैं वहां गहन नियंत्रण और सक्रिय निगरानी जारी रहनी चाहिए और वर्तमान में उच्च मामलों की रिपोर्ट करने वाले राज्यों को आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान की जानी चाहिए।

बैठक के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने भी जानकारी साझा की है। उन्होंने प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व की सराहना की है।