बिहार की सियासत में हॉट केक बन गया बेगुसराय !

अपराध और बेगुसराय का पुराना रिश्ता रहा है। हाल ही में बाईक सवार पर गोलीबारी की घटना से बिहार की सियासत का पारा अचानक से चढ़ गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विपक्षी नेताओं के बयानों ने पूरे देश का ध्यान बेगुसराय की ओर खींचा है।

पटना। बेगुसराय में एक बाईक सवार पर अपराधियों ने सरेआम गोलियां बरसा दी। राज्य की राजनीति में इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार को जंगलराज बताया जा रहा है। स्वयं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना को एक साजिश बताया, तो भाजपा नेताओं ने पहले से अधिक मोर्चा खोल दिया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हमने अधिकारियों को कह दिया है कि एक-एक चीज पर नज़र रखें। मैं तो कह ही रहा हूं एक बार हो गया तो समझ लीजिए कि कहीं भी कुछ भी हो सकता है। ये देखना बहुत जरूरी है कि ऐसा क्यों हुआ। कहां से कौन निकला। एक-एक चीज को देखा जा रहा है। कुछ लोगों को निलंबित भी किया है….इसपर विस्तृत चर्चा की है। आज मैंने बैठक बुलाई थी।

इस मामले को लेकर बेगुसराय के सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह लगातार बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमलावर हैं। उन्होंने कहा कि जिन्हें गोली लगी है उनकी हालत गंभीर है। जो मृत हैं उन्हें कम से कम 1 करोड़ और घायलों को 50 लाख रुपए की राशि देनी चाहिए। थोड़ी भी नैतिकता है तो नीतीश कुमार अपने चेहरे का मुखौटा निकालें और कहें कि उनसे यह राज्य नहीं चल रहा है।

वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि बेगूसराय की घटना पर CM नीतीश कुमार ने जिस प्रकार से बयानबाजी की है उससे पता चलता है कि वह अपनी कमजोरी को छुपा रहे हैं। उनका बयान संवेदनहीन है, ये दुर्भाग्य है कि इनके पास बिहार की कमान है। इन्हें यह कमान छोड़ देनी चाहिए।

बेगूसराय फायरिंग की घटना पर केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह ने कहा कि ये अराजकता का परिचायक है, कानून-व्यवस्था नाम की चीज नहीं रह गई है। वहां पर पुलिस का भय नहीं रह गया है। हमें लगता है कि लोगों को अब अपनी नैतिक जिम्मेदारी माननी चाहिए। इन सब का क्या उपाए है लोगों को ये सोचना पड़ेगा।